संस्कृत भारत के ज्ञान विज्ञान का विशाल भंडार- डॉ. मधुसूदन

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संस्कृत भारती के भाषा बोधन वर्ग का हुआ समापन

बारां, 9जून ।संस्कृत भारती के तत्वावधान मे शुक्रवार को विभाग स्तरीय संस्कृत भाषा बोधन वर्ग का समापन स्वामी विवेकानन्द विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय में उत्साहपूर्वक हुआ।
संस्कृत भारती के जिलाध्यक्ष बृजेश शास्त्री ने बताया कि कार्यक्रम का अतिथियों द्वारा शुभारंभ मां सरस्वती के पूजन के साथ हुआ। इस अवसर पर तनविशा और कृतिका ने ध्येय मंत्र और सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काठियाबाबा आश्रम के आचार्य परमानंद महाराज रहे। इस अवसर पर उन्होने बताया कि लोकमान्य तिलक ने गीता का सार हिंदी में बताते हुए गीता रहस्य नामक पुस्तक लिखी। उन्होंने संस्कृत संभाषण के साथ-साथ संस्कृत से साहस सीखने और शुद्ध उच्चारण पर बल दिया और कहा कि संस्कृत जन- जन की भाषा बने, राष्ट्रभाषा बने।
समारोह के मुख्य वक्ता अजमेर से आए संस्कृत भारती चित्तौड़प्रांत के सहमंत्री डॉ. मधुसूदन शर्मा ने बताया कि संस्कृत जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमारे साथ है। संस्कृत भारतीय एकता की साधक है, ज्ञान विज्ञान का विशाल भंडार है। संस्कृत भारती एक लाख से अधिक संभाषण शिविरों के माध्यम से अनेक लोगों संस्कृत संभाषण सीखा चुकी है जो 41वर्षों से कार्य कर रही है। 26 देशों में संस्कृत भारती का कार्य चल रहा है। मात्र 20 घंटों में संस्कृत में वार्तालाप करना सीख सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वैद्य डॉ. राधेश्याम गर्ग ने की। बारां विभाग संयोजक पीयूष गुप्ता ने वर्ग का प्रतिवेदन मे बताया कि इस वर्ग में बारां और झालावाड़ जिले के 150 वर्गार्थियों और संस्कृत अनुरागियों ने भाग लिया। वर्ग के छात्र संपतराज और छात्रा योगेश्वरी ने अनुभव कथन प्रस्तुत किया। शिक्षिका वैष्णवी गौतम ने काव्य गीत प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम संचालन प्रांतसंपर्क प्रमुख तरुण मित्तल ने किया।इस अवसर पर जिला अध्यक्ष बृजेश शास्त्री ने भी संस्कृत भारती के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वर्ग सह संयोजक मुकेश सोनी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।आगंतुक अतिथियों और भामाशाह को श्रीफल, दुपट्टा तथा संस्कृत भारती की पुस्तक वदतु संस्कृतम् भेंट की। इस अवसर पर वर्गसंयोजक ताराशंकर पंचोली, मुकेश नामा, महेंद्र नागर, सुरेश सुमन, पवन पाटीदार, विनायक तिवारी,अनंत गौतम, दुर्गाशंकर मेघवाल, दीनदयाल नागर,मोहित गोयल, दीपक सुमन, डॉ. वीरेश बेरीवाल, डॉ.बीएस कुशवाह,डॉ. सत्येंद्र गोयल, हरिमोहन गोयल, नंदलाल सुमन, राजेंद्र श्रृंगी, आत्माराम गुर्जर, बालचंद शास्त्री, पूजा मित्तल, रेखा गौतम,सोनल सोनी तेजपाल सुमन, दीपक सुमन, महेश, अनीता सुमन, रामावतार चौरसिया, सरोज नामा, पूरण चौरसिया, भेरूलाल राठौर, रोहित सुमन,आदि समाजसेवी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।शांति मंत्र के साथ समारोह का समापन हुआ।

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