कई क्षेत्रों में अब भी ब्लॉक अध्यक्षों का इंतजार
-कुछ ऐसे चेहरे हैं, जिनकी खुद की वजहों से भी नहीं बन पाए अध्यक्ष
जयपुर: ढाई साल के इंतजार के बाद कांगे्रस ने हालांकि ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति कर तो दी है, लेकिन अब भी 50 ब्लॉक अध्यक्ष बनाए जाने बाकी हैं। जिन नेताओं की विधानसभा क्षेत्रों में 50 ब्लॉक अध्यक्ष नहीं बने हैं, उनमें कुछ ऐसे चेहरे हैं, जिनके खुद की वजहों से वहां ब्लॉक अध्यक्ष नहीं बन पाए हैं। इनमें कारण बताओ नोटिस पाने वाले जलदाय मंत्री महेश जोशी और लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी करने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी शामिल हैं।
कांग्रेस ने अब तक ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की छह सूचियां जारी की हैं। इनमें 400 में से 350 ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। पार्टी ने हालांकि कारण बताओ नोटिस पाने वाले दूसरे मंत्री शांति धारीवाल के कोटा उत्तर विधानसभा के दोनों ही ब्लॉकों के अध्यक्ष नियुक्ति कर दी है वहीं बसपा से कांग्रेस में आए छह विधायकों में से पांच विधायकों की विधानसभा सीटों में ब्लॉक अध्यक्ष बना दिए गए हैं। केवल एक मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की उदयपुरवाटी विधानसभा सीट ही ऐसी है, जहां ब्लॉक अध्यक्ष की अब तक नियुक्ति नहीं हो सकी है।
इन दोनों मंत्रियों के अलावा भी भरतपुर के वैर से आने वाले मंत्री भजन लाल जाटव सीट पर भी अब तक दोनों ब्लॉक अध्यक्ष नहीं बनाए जा सके हैं। इसके पीछे विवाद को कारण बताया जा रहा है। वहीं मंत्री रमेश मीणा की विधानसभा सीट सपोटरा में फिलहाल एक ही ब्लॉक अध्यक्ष बनाया जा सका है और एक ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति होनी शेष है, लेकिन कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत कर आए विधायक जो मंत्री नहीं है, उनमें से केवल एक विधायक परसराम मोरदिया ही ऐसे हैं, जिनके विधानसभा क्षेत्र में अब तक ब्लॉक अध्यक्ष नहीं बनाए जा सके हैं। इसके पीछे कारण प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और परसराम मोरदिया के बीच चल रही खींचतान को माना जा रहा है। वहीं अब तक सहाड़ा और लूणी विधानसभा में दो में से एक ही ब्लॉक अध्यक्ष बनाया जा सका है।
इन निर्दलियों के क्षेत्रों से भी नहीं हुई नियुक्ति
प्रदेश में 10 ऐसे निर्दलीय विधायक हैं, जो हर परिस्थिति में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ खड़े रहे हैं। वहीं, सभी निर्दलीय 13 विधायकों ने समय-समय पर सीएम गहलोत पर विश्वास जताया है, लेकिन इन 13 विधायकों में से पांच विधायक ऐसे हैं, जिनके यहां अभी तक ब्लॉक अध्यक्ष नहीं बन सके हैं। इन पांच विधायकों में गंगानगर से निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़, कुशलगढ़ से निर्दलीय विधायक रमिला खडिय़ा, मारवाड़ जंक्शन से निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह, महुआ से निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुड़ला और शाहपुरा के निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल शामिल है।