बादलों की ओट से सूर्यदेव नहीं दे पाए दर्शन, रात से जारी हैं बारिश का दौर, रबी की फसलों के लिए अच्छी मानी जा रही मावठ

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मावठ ने छुड़ाई धूजणी,
बूंदी। जिले में रविवार सुबह बारिश का दौर जारी है। मावठ होने से ठंडी हवाएं चलने लगी। ठंडी हवाओं से लोगों को धूजणी लगने लगी है। अल सुबह शहर कोहरे के आगोश में समा गया। कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हो गई। वाहनों चालकों को परेशानी हुई। सड़क पर रेंग कर वाहन चलते रहे। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह विजिबिलिटी 800 मीटर रही। न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिली। ठंडी हवा चलने से वाहन चालकों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। इधर सर्दी का असर और बढऩे से अलाव ही लोगों के लिए सहारा बन गए। लोग गर्म कपड़ों में लदे नजर आ रहे है। जिले में कुछ जगह सुबह से रूक रूककर बारिश हुई। सर्दी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया। बच्चे ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल गए।

पशु-पक्षी और वन्यजीव भी सर्दी में परेशान हुए आसमान में बादल मंडरा रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 24 घंटे में 0.8 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 18 व न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इधर ठंडी हवाओं से गलन व सर्दी बढ़ी। कचौरी, समोसे की दुकान पर भीड़ नजर आई। लोग गरमागरम पकवानों का आनंद लेते मिले। रबी की फसलों के लिए मावठ अच्छी मानी जा रही है। सरसों और आलू की फसल में नुकसान, गेहूं की फसल के लिए फायदा होगा। किसान धनराज सैनी ने बताया कि 4 दिन से आसमान में बादल छा रहे थे। रविवार सुबह मौसम यकायक करवट बदल गया। बूंदाबांदी के साथ हुई बारिश ने किसानों को झकझोंर दिया है। रबी की सरसों और आलू फसल में नुकसान की संभावना दिखाई दे रही है। किसानों ने बताया कि फसलों में बारिश से तना गलन, फंगीसाइड और झुलसा रोग लग सकता है। चना के लिए बारिश फायदेमंद रहेगी। जिले में अधिकांश खेती का रकबा सरसों और गेंहू फसल का है। ऐसे में किसान सरसों की फसल को लेकर परेशान हैं। किसानों का कहना है कि मेहनत कर फसलों को बोया। लाइनों में लगकर डीएपी और यूरिया खाद मिला।

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