ट्रैफिक के नए नियम व्यवहारिक नहीं, सुधार की आवश्यकता

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बारां 01अप्रैल जिले के छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि सरकार द्वारा बनाए गए ट्रैफिक के नए नियम व्यवहारिक नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ट्रैफिक नियमों में आमजन पर आर्थिक बोझ डाला गया है। यदि किसी ने यातायात नियम तोड़ा तो नए नियम अनुसार जिंदगीभर के लिए दुबारा लाइसेंस नहीं बनवा सकेगें लेकिन ऐसे व्यक्तियों द्वारा वाहनों का उपयोग किया जाएगा तब भी नियमों का उलंघन होगा। लाल बत्ती पार करने पर एक हजार रुपये से बढ़ाकर 20 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है और इसी तरह शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े जाने पर 40 हजार का जुर्माना तय किया गया है। आम आदमी के लिए इतना अधिक जुर्माना व्यवहारिक नहीं है।

सिंघवी ने कहा कि जुर्माना वाहन की कीमत से भी अधिक है। सरकार को ट्रैफिक नियम लागू करने से पहले जागरूगता अभियान चलाना चाहिए। भारी भरकम जुर्माना वाला कानून आनन—फानन में लागू नहीं किया जाना चाहिए। अचानक आम जनता पर इतना अधिक बोझ डालना उचित नहीं है। सरकार पहले तो अपना सिस्टम सुधारे। शहर की आधी से अधिक सड़के ठीक नहीं है। अधिकांश जगह सड़के खराब है। चौराहों पर रेड लाईट नहीं है। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कमी है। इस नए कानून का यातायात में लगे पुलिसकर्मी नाजायज फायदा उठाएगें जिसका भार प्रदेश की गरीब जनता पर पड़ेगा।

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