संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव घोटाला मामला:गिरफ्तारी से बचने के लिए शेखावत पहुंचे हाईकोर्ट

Share:-


जोधपुर, 25 मार्च : संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव घोटाला मामले में घिरे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत राजस्थान हाईकोर्ट पहुंचे। उनके द्वारा गिरफ्तारी से बचने के लिए 482 के तहत याचिका दायर की गई है। हालांकि याचिका पर सुनवाई कब होगी यह अभी तय नहीं है, लेकिन राजस्थान हाईकोर्ट के सर्वर पर याचिका रजिस्ट्रेशन की जानकारी प्रदर्शित हो गई है। शेखावत के इस कदम को उनके द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ दिल्ली में दायर मानहानि के मुकदमे से जोड़ कर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में करीब 900 करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ था, जिसमें हजारों लोगों के जीवनभर की कमाई फंस गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केंद्रीय मंत्री शेखावत पर घोटाले का आरोप लगा रहे हैं और कह रहे हैं कि इसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा तो उससे नहीं कतराएंगे। इधर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की याचिका 21 मार्च को राजस्थान हाईकोर्ट में रजिस्टर्ड हुई है। यह याचिका विविध आपराधिक याचिका के तहत दायर की गई है, जिसमें गिरफ्तारी से बचने के लिए अंतरिम राहत मिलती है।

बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार यह बात कह रहे हैं कि संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव घोटाला मामले में एसओजी की जांच में शेखावत अभियुक्त है। यानी एसओजी अगर अगली चार्जशीट फाइल करती है तो उसमें शेखावत का नाम आ सकता है या फिर उससे पहले उनकी गिरफ्तारी का प्रयास हो सकता है, जिससे बचने के लिए उन्हें हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा है।
शेखावत के रिश्तेदार भी अंतरिम राहत पर संजीवनी मामले में एसओजी ने कुछ समय पहले जोधपुर से चार्टर्ड अकाउंटेंट जेठमल डाकलिया, भाई गौतमचंद व बेटे दिनेश डाकलिया को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके रिश्तेदार और गजेंद्र सिंह शेखावत के साले अशोक राठौड़ सहित आठ लोगों ने हाईकोर्ट में विविध आपराधिक याचिकाएं लगाकर अंतरिम राहत मांगी थी, जिसके तहत उनकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *