रूफटॉप ने देशभर की लोक कलाओं को दिया बड़ा मंच:’इंडियार्ट’ में दिखी मिनिएचर आर्ट की खूबसूरती, राजस्थानी मिनिएचर पेंटिंग का मेस्ट्रो कोर्स लॉन्च

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भारत की लोक कलाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रूफटॉप की ओर से दिल्ली के बीकानेर हाउस में ‘इंडियार्ट’ एग्जीबिशन का आयोजन किया जा रहा है, जिसे देश-दुनिया के कला प्रेमियों से काफी सराहना मिल रही है। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस की उप महानिदेशक अंजू रंजन इसके उद्घाटन समारोह की गेस्ट ऑफ ऑनर थीं, जबकि गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट के पूर्व प्राचार्य व मूर्तिकार पद्मश्री बिमान बिहारी दास विशिष्ट अतिथि थे।

रूफटॉप के संस्थापक और सीईओ कार्तिक गग्गर इंडियार्ट के जरिए देशभर के कई लोक व आदिवासी कला रूपों को एक मंच पर लाया गया है। इसमें देशभर के 27 कलाकारों की 9 भारतीय कला रूपों पर बनाई 80 पेंटिंग्स प्रदर्शित कर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को साकार किया गया है।
इनकी कलाकृतियों में जहां वरली आर्ट की सरल सुंदरता देखी जा सकती है, वहीं माता नी पचेड़ी के जरिए भक्ति कला को भी प्रदर्शित किया गया है। एक अन्य कला रूप के जरिए श्रीनाथजी के नाथद्वारा की पवित्र भूमि का अहसास किया जा सकता है। इनके अलावा पाबूजी की कहानियों, भीलों व गोंडों के साथ घुलने-मिलने जैसे विषयों पर आधारित कला रूप भी शामिल किए गए हैं। इसी प्रकार एग्जीबिशन में पूर्वी भारत की जादुई मधुबनी पेंटिंग भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है और बिंदुओं, रेखाओं व अलग-अलग पैटर्न के माध्यम से कला की बारीकियों को समझाने का प्रयास भी किया गया है। ये सभी कला रूप पौराणिक विषयों, स्टोरी टेलिंग और पूजा करने के अनोखे तरीकों पर आधारित है।
रूफटॉप का मिनिएचर पेंटिंग मेस्ट्रो कोर्स किया गया लॉन्च
पर्यटन मंत्रालय की महानिदेशक मनीषा सक्सेना ने ‘मिनिएचर मेलडीज’ कार्यक्रम में रूफटॉप ऐप के मिनिएचर पेंटिंग का मेस्ट्रो कोर्स लॉन्च किया और कलाकारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पद्मश्री शाकिर अली, पद्मश्री तिलक गिताई, शिल्प गुरु आशाराम मेघवाल, महावीर स्वामी, वीरेंद्र बन्नू, खुश नारायण जांगिड़, संपत बोचिया, शम्मी बन्नू, भंवरलाल कुमावत, रामू रामदेव सहित देश के कई प्रतिष्ठित कलाकार उपस्थित थे।

कार्तिक गग्गर ने बताया कि विजुअल आर्ट के जरिए परफॉर्मिंग व फाइन आर्ट को आपस में कनेक्ट करने के लिए कार्यक्रम में रेतीला राजस्थान बैंड को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया। यहां रेतीला राजस्थान बैंड ने राजस्थान के लोक संगीत पर आधारित अपनी सुमधुर संगीतमय प्रस्तुतियों के जरिए मिनिएचर आर्ट की विभिन्न शैलियों को प्रमोट किया। बैंड के सदस्यों की ओर से राजस्थान की संगीतमय विरासत पर केंद्रित प्रस्तुतियों को मिनिएचर आर्ट के ट्रेडिशन से कनेक्ट किया गया।
मास्टर क्लास वर्कशॉप्स में मिला मार्गदर्शन
बीकानेर हाउस में ही अलग-अलग कला रूपों पर आधारित मास्टर क्लास वर्कशॉप्स भी आयोजित की गई। इनमें अंबिका देवी द्वारा मधुबनी, डी. वेंकटरमन व डी. दीपिका की ओर से चेरियाल, विजय व प्रवीण म्हसे द्वारा वरली, राजाराम शर्मा की ओर से पिछवई, वेंकटरमन सिंह श्याम की ओर से गोंड, कल्याण जोशी की ओर से फड़ और लाडो बाई की ओर से भील आर्ट पर वर्कशॉप ली गई।

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