पद्मश्री सुमित्रा गुहा की प्रभावशाली संगीतमय प्रस्तुति वीर मीरा ने किया मंत्रमुग्ध

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उकेरे मीरां के नारी को जगाने वाले अव्यक्त भाव

नृत्यांगना शिंजिनी कुलकर्णी ने कथक में उम्दा भावभंगिमा से मीरा के भावों को किया जीवंत

उदयपुर, 21 दिसम्बर(ब्यूरो): शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी मंच पर जब पद्मश्री सुमित्रा गुहा के साथ उनकी शिष्या डॉ. सामिया मेहबूब अहमद और शिंजनी कुलकर्णी की गीत—संगीत और कथक की संगत हुई तो तमाम सामयीन मंत्रमुग्ध हो गए। इस हृदय को झंकृत कर देनेे वाली प्रस्तुति ‘वीर मीरा’ में मीराबाई के उन भावों को व्यक्त किया गया, जो अव्यक्त थे। अलबत्ता, मीरा ने उनके निश्छल कृष्ण प्रेम और विवाहोपरांत भी निर्भय होकर कृष्ण भक्ति में नारी सशक्तीकरण का जो अप्रत्यक्ष संदेश महिलाओं को दिया, उसने सभी को उनके वैचारिक स्वातंत्र्य से वाकिफ करवाया। उनको इसीलिए ‘वीर मीरा’ के बनारस घराने के लेखक, संगीतज्ञ और प्रसिद्ध तबला वादक पं. विजयशंकर मिश्रा ने ‘वीर योद्धा’ आंका है। इस प्रस्तुति को
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर के दस दिवसीय ‘शिल्पग्राम उत्सव’ में गुरुवार को पहले दिन पेश की गई महिलाओं को सबल बनने का संदेश देने वाली इस एक संगीतमय प्रस्तुति को पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कृत सुमित्रा गुहा ने गढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में चार दशक से अधिक का समय समर्पित कर चुकीं गुहा ने इसे अपने सधे सुरों और निर्देशन से पिरोया और उनका सहयोग यूएसए की मान्यता प्राप्त आर्टिस्ट डॉ. सामिया महबूब अहमद ने किया। इस पर कथक गुरु बिरजू महाराज की पौत्री शिंजिनी कुलकर्णी ने मनमोहक कथक की प्रस्तुति दी।
देश—विदेश में प्रसिद्ध क्लासिकल सिंगर सुमित्रा गुहा कहती हैं, ‘इस पेशकश में मीराबाई के योद्धा भावना को उकेरा गया है, किस तरह से वे 16वीं सदी की पितृसत्तात्मक समाज समाज से डटकर सामने खड़ी रहीं और अपनी भक्ति पर अडिग रहीं। वे वाकई मजबूत नारीवादी थीं। यह उनका समाज, खासकर महिलाओं के प्रति भक्ति से अधिक योगदान था। वे आज भी संपूर्ण नारीजाति के लिए प्रेरणा बनी हुई हैं।’
इनका रहा संगीतमय सहयोग—
सुमित्रा गुहा के साथ तबले पर सुमन चटर्जी, बांसुरी पर किरण कुमार, तालवादी अनुरोध जैन और कीबोर्ड पर विकास कुमार ने संगीत दिया। गुहा की सहयोगी डॉ. सामिया मेहबूब अहमद ने ‘जागो नारी जागो’ और हितार्थ चटर्जी ने तुलसीदास का भजन गाया। प्रकाश और ध्वनि संयोजन दिव्यांग श्रीवास्तव ने किया।

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