राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के लच्छाराम बडारडा ने परबतसर के ईतिहास मे पहलीबार सैकड़ों लग्जरी कारों कि एतिहासिक रेली ने चुनावी हलचल मचादी।
पैंतीस जनप्रतिनिधियों सहित हजारो लोगो ने बढ़चढ़कर भाग लिया।
परबतसर परबतसर क्षेत्र के राजनैतिक समीकरण बदल रहे है,चुनाव जो गत दो चुनावों से बीजेपी व्रसेज कांग्रेस था ,अब भाजपा और आरएलपी के बीच होता जा रहा है ,लच्छाराम के देव दर्शन में उमड़ी भीड़ गांव गांव में जबरदस्त स्वागत नारे लगाते जोशीले युवाओं का हुजूम सभी वर्गो के लोगो मे ऐसा जुनून और उत्साह भरा स्वागत कि सीरीज ,
राजनीति और क्रिकेट में संभावनाएं तेजी से बदलती है लेकिन आज के परिप्रेक्ष्य में कांग्रेस चुनावी दौड़ में पिछड़ गई है ,लच्छाराम बडारडा का उज्ज्वल व्यक्तित्व उनके साथ सहानुभूति के अलावा आर एल पी के सुप्रमो हनुमान बेनीवाल के जोशीले युवा समर्थक ,क्षेत्र के मजबूत प्रतिष्ठित सामाजिक व्यवसायिक शिक्षित व्यक्तित्वो की दमदार उपस्थिति से बडारडा का चुनावी आगाज शानदार रहा ।आज एक चर्चा सोशल और माउथ मीडिया में तैर रही है।जबकि आखीरी निर्णय तो जनता ही करेगी । लोकतंत्र में जो सेवक की तरह काम करेंगे_राजनीति में वजूद कायम रहेगा। परबतसर में राकेश मेघवाल दो बार विधायक बने थे पर लगातार उन्होंने राजनीति को सेवा माना नहीं, सेवा मानते तो आज बीजेपी के राजस्थान लेवल के नेता होते बीजेपी में टिकट बांटते, पूर्व विधायक मानसिंह किनसरिया ने राजनीति को आज तक लगातार सेवा माना इसलिए आज वो राजनीति में सक्रिय है लोगों के दिल में है। लच्छाराम बडारडां भी निरंतर सेवाभावी है पर उनका स्वास्थ साथ नहीं देने के बावजूद आज भी मैदान में है, विधायक रामनिवास गावड़िया छात्र राजनीति से आए है, सीनियर से सलाह में कमी रही। गावडिया राजनीति में आगे तो है लेकिन सलाम साते मियां जी(सीनियर लीडर) को राजी नहीं रख सके।इस बार विधानसभा चुनाव रोचक रहेगा । विधानसभा क्षेत्र में पूर्व में निर्दलीय एवम कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ चुके परबतसर क्षैत्र के कद्दावर जाट नेता लच्छाराम बड़ारडा ने आरएलपी में शामिल होकर चुनाव को रोचक बना दिया है। इस बार कांग्रेस से टिकट की मांग कर रहे बड़ारडा ने टिकट नही मिलने से असंतुष्ट होकर यह फैसला लिया है। आर एल पी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल से मिलकर राष्ट्रीय लोक तांत्रिक पार्टी का दामन थाम कर सदस्यता ग्रहण कर ली।अब आर एल पी के झुझांरू ,कर्मठ, और बेदाग छवी के ईमानदार उम्मीदवार लच्छाराम बडारड़ चुनाव मैदान मे उतर कर ताल ठोकदी। बडारड़ रालोपा का टिकट लेकर शनिवार को आये का ग्राम कांसेडाः मे क्षैत्र के हजारो लोगो ने ढोल ढमाको के साथ जेसीबी मशीनो से फूल वर्षा कर जमीन को रंग बेरंग कर दिया। व जमकर रंगीन आतीष बाजी कर आसमान को गुंजायमान कर गर्म जोशी स्वागत सत्कार किया गया। कांसेडां से नारायणपुरा ,मंगलाना ,गांगवा, खोखर, शयामपुरा,डारापुरा,रििड़ बाजवास,पीलवा, कालेटडां, भडंसिया,बड़स, हरनााव, भकरी, सहित अनेक जगह पर जबरदस्त समर्थन देकर अभिनन्दन किया गया। बडारडा तैरहसौ साठ लग्जरी कारों के काफिले के साथ परबतसर पहुचे जहां पर शहर वासियों ने फूल बरसये और जगह-जगह पर माला और साफा पहनाकर कर स्वागत किया जौ परबतसर के ईतिहास मे पहली बार देखा गया। जिससे अब क्षैत्र में चुनाव का चंग बजने से चुनावी हलचल तेज हुई और राजनितिक गलियारों मे राजनितिक माहौल बन गया। बडारड़ ने सर्व प्रथम गणेश जी महाराज के मंदिर मे पुजा अर्चना कर जीत के लिए मन्नत की और वही के शयौजीराम बाबा के मन्दिर,गंगामाता,देवनारायण भगवान,वीरतेजाजी, किनसरिया माताजी,बडू के त्रिमूर्ति बालाजी, हरनावा मे रानाबाई जी महाराज, भादवा के झुंझांरजीमहारज झुंझांरपुरा, शीतला माता भकरी, श्री बाबा रामदेव मन्दिर खुंडियास और ग्राम बिदियाद कि तपो भूमी सुखराम दासजी महाराज सहित मनदिरो मे जाकर देवी-देवताऔ के दर्शन कर धौक लगाई ,शहर के तकिया शरीफ कि चौखट पर नतमस्तक होकर अमन-चैन कि दुआ मागी। बडारडा का जगह-जगह पर स्वागत सत्कार करने वालो का हुजूम उमड़ पडां और लोगो मे साफा व माला पहनाने कि होड़ मच गई। इस दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रेमाराम खोखर, परबतसर पंचायत समिति के पूर्व प्रधान शयौकरण छरंग,जिला परिषद सदस्य भंव रलाल बाजिया, पुर्व उपप्रधान शेरसिंह दिलढाणी, कासेंडां सरपंच दयालराम कुमावत, खोखर सरपंच जगदीश प्रसाद चौधरी ,भादवा सरपंच राजूराम आँचरा,रिड़ सरपंच विजय गौदारा, नारायण पुरा सरपंच भंवरलाल मेघवाल, लिछाणा सरपंच नानुराम कुरडींया, पीपलाद सरपंच सदाम हुसैन, रुणीजा सरपंच पोकरराम डारा, पंचायत समिति सदस्य मांगीलाल कुरडीया , ,परबतसर ब्लॉक कॉंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष खिदरपुरा सरपंच भंवरलाल गौदारा , पुर्व सरपंच बाजवास कमला चौधरी, , पुर्व जिला परिषद सदस्य नानुराम लेगा,उद्योग पति रेखाराम मुंडेल, अखिल भारतीय माली (सैनी) सेवासदन पुष्कर के अध्यक्ष ओमप्रकाश सांखला, बाबा रामदेव खुंडीयास सेवा समिति के अध्यक्ष पुर्व सरपंच रामकरण सीमार, पूर्व सरपंच भडंसिया दिलसुख,झाझडां, पूर्व सरपंच बागोट सुरेश कुमार रामावत, भादवा उप सरपंच आसुराम आँचरा, नारायण पुरा के सरपंच हेमाराम बाजिया, पूर्व सरपंच बागोट हजारी राम मेघवाल. पूर्व सरपंच छोटूसिंह मिठडीं, .पूर्व सरपंच लिचाना सोहन राम कुमावत,पूर्व सरपंच देवीलाल भाटी बिदियाद,समाजसेवी कालूराम डांगी मेघवाल मालास, गिरधारीलाल गुर्जर बिदियाद, भवरलाल माली मुन्शी, छः गांव माली सैनी समाज सामूहिक विवाह समिति के पूर्व अध्यक्ष रामप्रसाद तंवर, एडवोकेट राजेश चौधरी, भीम सेना ब्लॉक अध्यक्ष जगदीश मेघवाल,समाज सेवी कालूराम मौर्य रेगर, विक्रम सिंह टापरवाडां, नवबह खाां, चतराम नायक, बिदियाद माली सैनी समाज अध्यक्ष कैलाशचंद्र तंवर, हनुमान माली बिदियाद और मेवाराम गुर्जर पीपलाद सहित कई जनप्रतिनिधि व हजारो समर्थक थे ग़रतलब है कि पूर्व मे बड़ारडा ने 2008 में निर्दलीय चुनाव लडा था। जिसमे वो भाजपा के मानसिंह किनसरिया से मात्र 1600 सौ वोटों से ही चुनाव हारे थे। अगले चुनाव 2013 में लच्छा राम बड़ारडा पर कांग्रेस पार्टी ने फिर भरोसा जताया और मैदान में उतारा। लेकिन इस चुनाव में वो भाजपा के मानसिंह किनसरिया से हार गए। बड़ारडा ने इससे पूर्व 2004 मे ग्राम पंचायत बिदियाद से सरपंच का चुनाव लडा जिसमे उन्होंने एक हजार दौसौ अट्ठावन मतों से जीत दर्ज की थी। बड़ारडा दो बार कांग्रेस से ब्लॉक अध्यक्ष रहने के साथ ही पीसीसी सदस्य भी रह चुके है। लच्छा राम बड़ारडा रालोपा में शामिल होकर एक बार परबतसर विधानसभा चुनाव रोचक और त्रिकोणीय बना दिया गया है।