बीकानेर फाटक बंद करने से पूर्व वैकल्पिक रास्ता करें तैयार, बोले शहरवासी, अनेक संगठनों ने दिए ज्ञापन

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अनेक संगठनों की नेहरू पार्क में संयुक्त बैठक, बाद में मुख्यमंत्री के नाम के ज्ञापन कलेक्टर को सौंपे

नागौर । ओवरब्रिज निर्माण के लिए बीकानेर पलफाटक को बंद करने से पूर्व कोई वैकल्पिक मार्ग तैयार किए जाने की मांग को लेकर शहर के विभिन्न संगठनों की एक संयुक्त बैठक यहां नेहरू पार्क में हुई। इस दौरान वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि बीकानेर फाटक बंद होने के बाद शहर के बीकानेर रोड स्थित रीको, जेएलएन अस्पताल, कृषि उपज मंडी, कोतवाली थाना, डीटीओ सहित विभिन्न सरकारी कार्यालयों में जाने के लिए रास्ता बंद हो जाएगा। ऐसे में जिला प्रशासन को कोई वैकल्पिक रास्ता तैयार करना चाहिए और उसके बाद ही बीकानेर फाटक ओवरब्रिज निर्माण के लिए बंद होना चाहिए। शहर के एक दर्जन से अधिक संगठन इस मुद्दे पर एकजुट व एकमत हुए और फिर सभी संगठनों ने सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर डा अमित यादव को दिया। इस दौरान जनप्रतिनिधि, व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित अधिवक्ता व आमजन मौजूद था।

ये सुझाव दिया गया है ज्ञापन में

जिला कलेक्टर को दिए गए विभिन्न संगठनों के ज्ञापन कहा गया है कि जब यह फाटक बंद होगी तब उक्त फाटक के उस ओर जाने वाले हजारों लोगों का वर्तमान में कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है। फाटक के उस ओर शहर के कई सरकारी कार्यालय सहित सरकारी अस्पताल व रीको जैसा एरिया है। करीब 60-65 गांवों का आवागमन प्रतिदिन रहता है। चिकित्सा जैसी महत्वपूर्ण सुविधा इस रास्ते से जुड़ी है। इस कारण आम जन को फाटक के बंद होने से भारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जैसा मानासर रेलवे फाटक पर ब्रिज निर्माण की प्रक्रिया में रेल फाटक बंद होने पर हुआ जिसके कारण से नागरिकों को आंदोलन करना पड़ा। ऐसे में अब यदि बीकानेर फाटक को बंद किया जाता है और वैकल्पिक मार्ग नहीं बनता तो ऐसे में अस्पताल जाने वाले मरीजों को दिनभर परेशानी रहेगी इससे शहर सहित आस पास के गांवों के हजारों लोगों को रोजाना परेशानी झेलनी पडेगी।

ये दिया गया सुझाव

ज्ञापन में कहा गया है कि रेल्वे लाइन के समानान्तर गौरव पथ से लेकर रेलवे लाइन के पास पास डीडवाना बाईपास फाटक वाले रास्ते में एफसीआई गोदाम से चिपते ही मात्र करीब 200 मीटर का रास्ता सड़क के रूप में बनाया जाना शेष है। बाकी संपूर्ण रास्ता मौके पर सड़क निर्माण सहित पूर्ण है। यह करीब 200 मीटर का रास्ता भी रेलवे लाइन की जगह एवं पास ही मौके पर खातेदारी के रास्ते को सरकारी नियमानुसार तहसीलदार व जिला प्रशासन सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश देकर चालू करवाया जा सकता है। जिससे आमजन को भारी सुविधा प्राप्त होगी। नागौर के नागरिकों की ओर से लिखा गया कि यह मार्ग सरकार के सफल प्रयासों से शहर के आमजन के लिए एक बहुत ही सुविधाजनक एवं दुर्घटना रहित मार्ग होगा। इस मार्ग का भविष्य में भी रेल फाटक खुलने या ओवरब्रिज ब्रिज पूर्ण होने के बाद भी प्रयोग सुविधाजनक रहेगा जो रेलवे स्टेशन या पुलिस थाना के मार्ग को शारदापुरम् की ओर जाने वाले उत्तम मार्ग के रूप में भी विकसित हो सकेगा। इस मार्ग को चालू करवाने के लिए पूर्व में भी मांग की गई और अधिकारियों को अवगत करवाया गया। मगर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई। इसी मार्ग पर रेल्वे से सम्बन्धित एक या दो अंडर पास भी स्वीकृत थे लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस संबंध में उदासीनता के कारण से यह अंडर पास भी निरस्त करवा दिए गए। संबंधित रेल विभाग से भी इस संबंध में जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा कार्यवाही की जानी अपेक्षित है।

इन संगठनों ने दिए ज्ञापन

बीकानेर रेलवे फाटक को बंद करने से पूर्व सुगम अन्य रास्ता उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सहभागी बने। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन नागौर, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, बड़ली मोहल्ला विकास समिति, भारत विकास परिषद, न्यू रीको क्षेत्रीय विकास समिति, लघु उद्योग भारती, राजस्थान ब्राह्मण महासभा, लायंस क्लब नागौर, मजदूर यूनियन, कृषि उपज मंडी नागौर, धार्मिक उत्सव आयोजन समिति नागौर, कृषि मंडी व्यापार मंडल समिति, मुनीम यूनियन, नारी चेतना मंच, जनसंख्या समाधान फाऊंडेशन, नागौर विकास समिति तथा नगर परिषद के पार्षद गण, भाजपा- कांग्रेस नेताओं सहित अनेक सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों द्वारा कलेक्टर को दिए गए।

इन्होंने रखे विचार

ज्ञापन से पूर्व नेहरू पार्क में आयोजित हुई विभिन्न संगठनों की संयुक्त बैठक को पूर्व विधायक मोहनराम चौधरी, नगर परिषद सभापति मीतू बोथरा, भोजराज सारस्वत, भाजपा जिलाध्यक्ष रामनिवास सांखला, नृत्यगोपाल मित्तल, नारी चेतना मंच की सरोज प्रजापत, विश्व हिंदू परिषद के पुखराज सांखला, मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भंवरलाल नायक, पूर्व सभापति बिरदीचंद सांखला, लायंस क्लब के राकेश गहलोत, पार्षद गोविन्द कडवा आदि ने विचार रखे तथा वैकल्पिक मार्ग की मांग प्रमुखता से रखी।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर भीकमचंद शर्मा, नागौर विकास समिति के गोविंद सोनी, आनंद अग्रवाल, सुरेश पारीक, मुनेंद्र सुराणा, रमेश अपूर्वा, राजेन्द्र प्रजापत, पार्षद नवरत्न बोथरा, भजन सिंह, रामचंद्र धुंधवाल, प्रमिल नाहटा, पार्षद मनीष कच्छावा, मीकू राव, भगवती प्रसाद वैष्णव, रामेश्वर सारस्वत, उम्मेद सिंह राजपुरोहित, हरिराम धारणिया, बजरंग शर्मा, प्रवीण बांठिया व मेघराज राव सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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