जयपुर के स्टार्टअप ‘जायोड‘ को मिली 28.5 करोड़ की फंडिंग:गारमेंट एक्सपोर्ट को बढ़ाकर चीन को टक्कर दे रहे रितेश खंडेलवाल व अंकित जयपुरिया

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जयपुर के रितेश खंडेलवाल और अंकित जयपुरिया ने मिलकर स्टार्टअप जायोड की शुरुआत की है।
भारत के कपड़ा एक्सपोर्ट की बात की जाए तो दुनिया में इसकी भागीदारी मात्र 4 प्रतिशत है, जबकि दुनियाभर के कुल गारमेंट एक्सपोर्ट में चीन की हिस्सेदारी करीब 33 प्रतिशत है। इस क्षेत्र में भारत को अधिक बेहतर बनाने के मिशन पर काम कर रहा है जयपुर का बी2बी प्लेटफॉर्म स्टार्टअप जायोड। राजस्थान के ग्रामीण परिदृश्य से निकले इसके को-फाउंडर रितेश खंडेलवाल अपने पार्टनर अंकित जयपुरिया के साथ मिलकर इस दिशा में काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि इन युवाओं के इनोवेटिव आइडिया से प्रभावित होकर वेंचर केपिटलिस्ट व एंजल इन्वेस्टर्स की ओर से इस स्टार्टअप को 28.5 करोड़ रुपए की फंडिंग प्रदान की गई है।

रितेश खंडेलवाल ने बताया कि करीब एक वर्ष की रिसर्च के बाद जनवरी में जायोड की शुरुआत की थी। इस रिसर्च में हम भारत के फैशन अपैरल से जुड़े कई एक्सपोर्टर्स, मैन्यूफैक्चरर्स व सप्लायर्स से मिले। इस दौरान हमने यह जानने की कोशिश की कि किस वजह से हम गारमेंट एक्सपोर्ट में चीन या दूसरे देशों की तुलना में इतना पीछे क्यों हैं। हमें चता चला कि बायर्स को मैन्यूफैक्चरर्स से मिनिमम ऑर्डर क्वांटिटी के मामले में समझौता करना पड़ता है और ना चाहते हुए भी बल्क में माल खरीदना पड़ता है। इतना ही नहीं, ऑर्डर देने के बाद डिलीवरी में भी 6 महीने तक का समय लग जाता है। सप्लायर्स ने बताया कि उन्हें 35 प्रतिशत कैपेसिटी यूटिलाइजेशन की वजह से कम इनकम होती है। करीब 85 दिन के वर्किंग केपिटल सायकल की वजह से कैश फ्लो कम होता है, विभिन्न गतिविधियों की वजह से कई परेशानियां भी झेलनी पड़ती है और हमेशा पेमेंट की अनिश्चितता भी रहती है। बस इन्हीं समस्याओं के समाधान के तौर पर हमने जायोड की शुरुआत की। इसमें हमने मिनिमम ऑर्डर क्वांटिटी 50 पीस रखी और 21 दिन में ऑर्डर डिलीवर भी कर रहे हैं।

इससे जुड़ी अधिकांश फैक्ट्रियों में करीब 90 फीसदी वर्कफोर्स महिलाएं हैं।
फैशन इंडस्टी में तकनीकों के इस्तेमाल और जायोड प्लेटफॉर्म के जरिए दुनियाभर के फैशन ब्रांड्स को भारत के गारमेंट इंडस्ट्री के छोटे मैन्यूफैक्चरर्स से कनेक्ट कर पा रहे हैं। हमारे इस कॉन्सेप्ट से प्रभावित होकर वेंचर केपिटलिस्ट लाइटस्पीड और अन्य एंजल इन्वेस्टर्स की ओर से हमें 28.5 करोड़ रुपए की फंडिंग प्रदान की गई है। सीड राउंड में एफजे लैब्स, पैंथेरा पीक केपिटल के साथ-साथ अभिषेक गोयल (फाउंडर, ट्रैक्सन), अभिनव सिन्हा (ग्लोबल सीओओ, ओयो), गौरव हिंदुजा (सीओओ, गोकलदास एक्सपोर्ट्स) और रवि खंडेलवाल (फाउंडर, यूफ़्ता) जैसे एंजल्स भी शामिल हुए।

रितेश खंडेलवाल व अंकित जयपुरिया ने बताया कि हम तकनीकी सपोर्ट के जरिए भारत की एसएमईजी को सॉल्यूशन प्रदान कर रहे हैं।
इस पर वेंचर कैपिटल फर्म लाइटस्पीड के पार्टनर राहुल तनेजा बताते हैं कि जायोड में हम एक मिशन के तौर पर काम करने वाली टीम देख रहे हैं। हम जायोड के साथ साझेदारी करके काफी खुश व उत्साहित हैं कि उनके मंच को दुनिया भर के ब्रांड्स व रिटेलर्स द्वारा अपनाया जा रहा है। भारत के लिए दुनिया का सप्लाई हब बनने का समय आ गया है, और हम जायोड के साथ साझेदारी करके इसलिए भी खुश हैं, क्योंकि वे इस जिम्मेदारी में लीडर की भूमिका निभा रहा है।

इस फंडिंग से उत्साहित रितेश खंडेलवाल व अंकित जयपुरिया ने बताया- हम तकनीकी सपोर्ट के जरिए भारत की एसएमईजी को सॉल्यूशन प्रदान कर रहे हैं। हम इस फंड का इस्तेमाल अपने टेक प्लेटफॉर्म को और मजबूत करने और सभी वर्टिकल में हायरिंग बढ़ाने के लिए करेंगे। हम फंड को तकनीक में लगाकर मैन्यूफैक्चरर्स के लिए उपयुक्त इकोसिस्टम तैयार करेंगे, ताकि फैशन जगत की भारतीय एसएमईजी दुनिया के नक्शे पर अपनी पहचान बना सके और गारमेंट एक्सपोर्ट में भारत चीन को टक्कर दे सके। इसके प्लेटफॉर्म पर और अधिक मैन्यूफैक्चरर्स और सप्लायर्स को भी जोड़ा जाएगा।


‘टाइम्स-40 अंडर-40‘ समारोह में जायोड के को-फाउंडर रितेश खंडेलवाल को प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह द्वारा बेस्ट एंटरप्रेन्योर के तौर पर सम्मानित किया जा चुका है।

छोटे शहर के युवाओं का अनूठा आइडिया है जायोड

राजस्थान के ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले दौसा जैसे छोटे कस्बे से पढ़ाई करने वाले रितेश खंडेलवाल अपने स्कूली दिनों से ही यह सोचते थे कि भारत जैसे बड़े व युवा देश का एक्सपोर्ट क्यों नहीं बढ़ पाता है और कई उत्पादों के लिए क्यों हम आज भी दूसरे देशों पर निर्भर हैं। दौसा में 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने जयपुर आकर एमसीए किया और फिर आईआईएम से एक वर्ष का कोर्स किया। रितेश जीवन की कई बाधाओं को पार कर अपने दृढ़ संकल्प व जुनून के साथ अपने सपनों को पूरा करने में जुटे। फैशन क्षेत्र में विशेष रूचि होने की वजह से रितेश ने इसी क्षेत्र को अपना वर्क फील्ड बनाकर जायोड की शुरुआत की। प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) के एलुमनी रितेश और जायोड के दूसरे को-फाउंडर अंकित जयपुरिया (आईआईटी, दिल्ली से बीटेक) की मजबूत शैक्षिक पृष्ठभूमि ने ही उनकी उद्यमशीलता के क्षेत्र में सफलता की नींव रखी। इसकी शुरुआत से पूर्व दोनों ने इस क्षेत्र में काफी रिसर्च भी किया। अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले युवाओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से बेंगलुरु के होटल फोर सीजन एम्बेसी वन में ‘टाइम्स-40 अंडर-40‘ समारोह में जायोड के को-फाउंडर रितेश खंडेलवाल को प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह द्वारा बेस्ट एंटरप्रेन्योर के तौर पर सम्मानित किया जा चुका है। इसी प्रकार एंटरप्रेन्योर मैगजीन की ओर से अंकित जयपुरिया को ‘30 अंडर 30‘ का सम्मान प्रदान किया गया है।

दुनिया के फैशन ब्रांड्स को भारत के गारमेंट मैन्यूफैक्चरर्स से कर रहे कनेक्ट

जायोड गारमेंट्स की सोर्सिंग व मैन्यूफैक्चरिंग की परिभाषा को बदलने वाले बी2बी प्लेटफॉर्म के तौर पर काम कर रहा है। इसका विजन है कि जायोड की अनूठी तकनीक व प्लेटफॉर्म के जरिए दुनिया का कोई भी फैशन लेबल तेजी से बड़ा ब्रांड बन सकता है और दुनिया में कहीं भी बैठकर भारत की मैन्यूफैक्चरिंग का लाभ उठा सकता है। इसके लिए फैशन ब्रांड्स को 50 हजार या 10 हजार और यहां तक कि एक हजार की इन्वेंट्री की चिंता करने की जरूरत नहीं है। जायोड के 10 हजार से अधिक डिजाइनों में से कोई भी फैशन ब्रांड मात्र 50 मिनिमम ऑर्डर क्वांटिटी पर भी अपना ऑर्डर बुक करा सकता है और इसकी डिजीवरी में भी 21 दिन से अधिक समय नहीं लगेगा। जायोड के इस कॉन्सेप्ट और कुशल सप्लाई चेन दुनिया भर के फैशन ब्रांड्स व रिटेलर्स की बड़ी समस्या को हल कर दिया है। अभी तक जायोड 13 देशों में 150 से अधिक कस्टमर्स को सर्विस दे चुका है। इस बेहतरीन संयोजन की वजह से जायोड ग्लोबल बॉयर्स के लिए बहुत ही आकर्षक विकल्प बन रहा है। यह ग्लोबल बायर्स को इंडियन एथनिक मैन्यूफैक्चरर्स से कनेक्ट करने का काम कर रहा है।

रीतेश ने बताया कि अब हम प्रत्येक माह एक लाख से अधिक बेहतरीन स्टाइल्स को लॉन्च करने की योजना के साथ डिजाइन क्षेत्र का सबसे बड़ा केंद्र बनंने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस बारे में अंकित जयपुरिया बताते हैं कि जायोड के नेटवर्क में भारत में 30 से अधिक सप्लायर्स व मैन्यूफैक्चरर्स जुड़ चुके हैं, जिन्हें हम अपने प्लेटफॉर्म के जरिए ग्लोबल लेवल पर पहुंच बनाने में सक्षम बना रहे हैं। जायोड इन मैन्यूफैक्चरर्स की क्वालिटी व स्किल को बढ़ाने वाले पार्टनर के तौर पर कार्य कर रहा है, ताकि वे ज्योड की तकनीक का उपयोग कर ये ग्लोबल लेवल पर कम्पटीशन कर सकें। इससे कई पार्टनर्स को अपनी क्षमताओं को सुधारने और लाभ बढ़ाने में मदद मिली है। जायोड का आज फशिन्जा, ग्रोयो, रेशमामंडी और जिनीमोड जैसे स्टार्टअप्स के साथ मुकाबला है।

वीमन एम्पावरमेंट को भी दे रहे बढ़ावा
उन्होंने बताया कि स्टार्टअप के जरिए सिर्फ सप्लायर्स और मैन्यूफैक्चरर्स के प्लेटफॉर्म के तौर पर ही काम नहीं कर रहे। महिला सशक्तिकरण को इसके विजन में प्रमुखता से शामिल किया गया है। यही वजह है कि इससे जुड़ी अधिकांश फैक्ट्रियों में करीब 90 फीसदी वर्कफोर्स महिलाएं हैं।

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