– हनुमानगढ़ की राजनीति के पांच दशक में विधायक बनने वाले गणेश राज बंसल एकमात्र निर्दलीय प्रत्याशी
– पीलीबंगा से कांग्रेस के विनोद गोठवाल, संगरिया से कांग्रेस के अभिमन्यु पूनिया, नोहर से कांग्रेस के अमित चाचाण ने हासिल की जीत
– भादरा में भाजपा और माकपा प्रत्याशी के बीच आखिरी राउंड तक रही कांटे की टक्कर, भाजपा प्रत्याशी संजीव बेनीवाल हुए विजयी
समाचार के साथ फोटो
हनुमानगढ़ 3 दिसम्बर(थरेजा) विधानसभा चुनाव की मतगणना का कार्य रविवार को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में हुआ। तीन सीटों पर कांग्रेस, एक पर भाजपा जबकि एक पर निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली। हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से टिकट न मिलने पर कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे नगर परिषद सभापति गणेश राज बंसल ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। गणेश राज बंसल हनुमानगढ़ की राजनीति के पांच दशक में विधायक बनने वाले एकमात्र निर्दलीय प्रत्याशी हैं। पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विनोद गोठवाल, संगरिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के अभिमन्यु पूनिया, नोहर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के अमित चाचाण ने जीत हासिल की। वहीं भादरा में भाजपा और माकपा प्रत्याशी के बीच आखिरी राउंड तक कांटे की टक्कर रही। एक राउंड में भाजपा प्रत्याशी संजीव बेनीवाल तो दूसरे राउंड में माकपा प्रत्याशी बलवान पूनिया बढ़त बनाते रहे। इस कारण दोनों के मतों का अन्तर काफी कम रहा। लेकिन अंतिम राउंड में भाजपा प्रत्याशी संजीव बेनीवाल को जीत हासिल हुई। वे काफी कम अन्तर से वर्तमान विधायक बलवान पूनिया को हराने में सफल रहे। प्रत्याशियों के विजयी होने का समाचार जैसे ही उनके समर्थकों को मिला तो उन्होंने पटाखे फोडक़र, आतिशबाजी कर, रंग-गुलाल लगाकर व एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जीत का जश्न मनाया। विजेता प्रत्याशियों को रिटर्निंग अधिकारियों की ओर से मतगणना स्थल पर जीत का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। विजेता प्रत्याशियों के निवास स्थान पर देर रात तक समर्थकों का जमावड़ा रहा। मतगणना स्थल के नजदीक चुनाव परिणाम सुनने के लिए सुबह से ही नागरिकों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रत्येक राउंड के बाद लाउडस्पीकर के माध्यम से प्रत्याशियों को मिले मतों की जानकारी नागरिकों को दी गई। सुरक्षा के दृष्टिगत मतगणना स्थल के अन्दर व बाहर पुलिस जाप्ता तैनात रहा। त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण तरीके से मतगणना सम्पन्न हुई। मतगणना स्थल पर जिला निर्वाचन अधिकारी रुक्मणि रियार सिहाग, पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार, एडिशनल एसपी बनवारी लाल मीणा सहित अन्य अधिकारी पल-पल की अपडेट पर नजर बनाए हुए थे। इससे पहले सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना की प्रक्रिया जैसे-जैसे आगे बढ़ी प्रत्याशियों व उनके समर्थकों की धडक़नें तेज होती गईं। हनुमानगढ़, संगरिया व पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र में मतगणना के शुरुआती रूझानों में ही चुनाव के नतीजों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो गई थी। जबकि भादरा व नोहर सीट पर अंतिम राउंड तक पेंच फंसा रहा। हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विजयी रहे निर्दलीय प्रत्याशी गणेश राज बंसल को अंतिम व बीसवें राउंड तक कुल 88356 मत मिले। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अमित सहू को 78915 मत मिले। दोनों में 9441 मतों का अन्तर रहा। तीसरे स्थान पर कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी व वर्तमान विधायक चौधरी विनोद चौधरी रहे। उन्हें कुल 58157 मत मिले। संगरिया विधानसभा क्षेत्र से विजयी रहे कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी अभिमन्यु पूनिया को कुल 98341 वोट प्राप्त हुए। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वदी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गुरदीप शाहपीनी को 42010 मतों के अन्तर से पराजित किया। शाहपीनी को 56331 मत मिले। तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी गुलाब सींवर रहीं। उन्हें 40266 मत प्राप्त हुए। पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विनोद गोठवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 55101 मतों के अन्तर से हराया। गोठवाल हनुमानगढ़ जिले में सर्वाधिक मतों के अन्तर से विजयी रहने वाले प्रत्याशी बने। गोठवाल को कुल 1 लाख 42760 मत मिले। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी धर्मंेद्र मोची को 87659 मत प्राप्त हुए। तीसरे स्थान पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रत्याशी सरपंच सुनील क्रांति रहे। सुनील क्रांति को 10493 मत मिले। नोहर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी व वर्तमान विधायक अमित चाचाण 892 मतों के अन्तर से विजयी रहे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी अभिषेक मटोरिया को हराया। कांग्रेस प्रत्याशी अमित चाचाण को 1 लाख 3619 जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी अभिषेक मटोरिया को 1 लाख 2727 मत प्राप्त हुए। 2018 विधानसभा चुनाव में भी चाचाण ने मटोरिया को हराया था।
भादरा में फंसा पेंच, देर शाम जारी हुआ परिणाम
भादरा विधानसभा सीट पर देर शाम तक पेंच फंसा रहा। भादरा विधानसभा सीट से माकपा प्रत्याशी बलवान पूनिया ने रिकाउंटिंग की मांग की। इससे पूर्व ईवीएम से वोटों की गिनती का काम पूरा हो गया था। इसके तहत 18 राउंड में भाजपा के संजीव बेनीवाल को 100962 वोट, माकपा के बलवान पूनिया को 99929 वोट और कांग्रेस के अजीत बेनीवाल को महज 3658 वोट हासिल हुए। इस बीच उप जिला निर्वाचन अधिकारी कपिल यादव ने कहा कि पहले बैलेट पेपर की फाइनन गिनती हो जाए, इसके बाद ही रिकाउंटिंग को लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा। देर शाम को जारी हुए परिणाम में भाजपा प्रत्याशी संजीव बेनीवाल को 1160 वोटों से विजेता घोषित किया गया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी माकपा प्रत्याशी बलवान पूनिया को हराया। संजीव बेनीवाल को 1 लाख 1322 जबकि बलवान पूनिया को 1 लाख 161 वोट मिले। 2018 में माकपा प्रत्याशी पूनिया ने भाजपा प्रत्याशी बेनीवाल को पराजित किया था।
भाजपा के दोनों विधायकों की हुई हार
जिले में हुए विधानसभा चुनाव की खास बात यह रही कि 2018 के विधानसभा चुनाव में हनुमानगढ़ जिले की संगरिया व पीलीबंगा सीट से भारतीय जनता पार्टी के दो प्रत्याशी विजयी रहे थे। लेकिन 2023 में हुए विधानसभा चुनावों में इन दोनों ही विधायकों को हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा हनुमानगढ़ से कांग्रेस विधायक व भादरा से माकपा विधायक भी यह चुनाव जीतने में असफल रहे। जिले के पांच में से चार विधायकों को हार का मुंह देखना पड़ा। पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी धर्मंेद्र मोची ने कांग्रेस प्रत्याशी विनोद गोठवाल को पराजित किया था लेकिन इस बार गोठवाल ने मोची को शिकस्त दी। नोहर में कांग्रेस प्रत्याशी अमित चाचाण ने 2018 के बाद 2023 में लगातार दूसरी बार भाजपा प्रत्याशी अभिषेक मटोरिया को हराया। संगरिया में कांग्रेस पार्टी ने इस बार नए व युवा प्रत्याशी अभिमन्यु पूनिया पर दांव खेला जो चल गया और कांग्रेस प्रत्याशी पूनिया ने भाजपा प्रत्याशी व वर्तमान विधायक गुरदीप शाहपीनी को शिकस्त दी।
पांच दशक में गैर जाट विधायक बनने का रिकार्ड
हनुमानगढ़ विधानसभा सीट से जुड़े तमाम मिथकों को तोड़ते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे नगर परिषद सभापति गणेश राज बंसल हनुमानगढ़ की आवाज बन गए हैं। बंसल ने निकटतम प्रत्याशी भाजपा के अमित सहू को 9441 मतों के अन्तर से पराजित किया। पिछले पांच दशक में गणेश राज बंसल एकमात्र निर्दलीय प्रत्याशी हैं जिन्हें विधायक बनने का सौभाग्य मिला है। यानी यह रिकार्ड गणेश राज बंसल के नाम हो गया है। लेकिन एक बड़ा रिकार्ड और बना है। पांच दशक में गैर जाट विधायक बनने का रिकार्ड भी गणेश राज बंसल के नाम हो गया है। साल 1957 में कांग्रेस के बृजप्रकाश गोयल पहली बार गैर जाट विधायक बने थे। उसके बाद किसी को यह मौका नहीं मिला। जीत के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए गणेश राज बंसल ने कहा कि वे हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता के आभारी रहेंगे कि उन्होंने बदलाव करते हुए वंशवाद को परास्त किया और विकास का साथ दिया। उनकी प्राथमिकता विकास से वंचित ग्रामीण क्षेत्र में शहरी क्षेत्र की तरह विकास करवाना रहेगा। किसानों की सिंचाई पानी-बिजली व बीज की समस्या को समय रहते हल करवाने का प्रयास किया जाएगा। गांवों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा नहीं है। सडक़ें नहीं हैं। अच्छी शिक्षा और बेहतर चिकित्सा सुविधा जनता को मुहैया करवाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर किसके साथ जाएंगे के सवाल के जवाब में बंसल ने कहा कि वे हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए सत्ता के साथ जाएंगे। बंसल ने कहा कि दोनों मुख्य पार्टियां व्यक्ति विशेष को तवज्जो न देकर मात्र दो परिवारों तक ही सीमित रही और वंशवाद को बढ़ावा दिया। इस कारण जनता में रोष था। जनता ने इन दोनों परिवारों से त्रस्त होकर बदलाव किया है।
केप्शन हनुमानगढ़, समर्थको का अभिवादन स्वीकार करते नव निर्वाचित विधायक गणेश बंसल।र(थरेजा)