ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के अवशेष मिलने से वन्य जीव प्रेमियों में शोक

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जैसलमेर के डेजर्ट नेशनल पार्क क्षेत्र में मंगलवार सुबह धरती पर तेजी से लुप्त सेडुयल फर्स्ट के वन्य जीव प्राणी द ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के अवशेष मिलने से वन्य जीव प्रेमियों में शोक व नाराजगी का माहौल हैं तथा गोडावण को बचाने व संरक्षण के लिए किये जा रहे संरक्षण में एक बहुत बड़ा सेडबेक होने की संभावन व्यक्त की जा रही हैं। बताया जाता हैं कि यह गोडावण फीमेल हैं तथा इस पर टेगिंग की हुई थी। घटना स्थल पर भारी संख्या में जी.आई.बी के पंख, अन्य अवशेष व खून मिला हैं जो कि संभवतः 2 से 3 दिन पुराने हो सकते हैं तथा यह भी संभावना व्यक्त की जा रही हैं कि स्टेयर डोग या अन्य किसी जंगली जानवर ने गोडावण पर हमला करके उसे मौत के घाट उतारा हैं। जानकारी मिलने पर वन्य जीव प्रेमियों के साथ डेजर्ट नेशनल पार्क व वाईल्ड लाईफ ऑफ देहरादून के अधिकारियों व विशेषज्ञो की टीम मौके पर पहुंच गए हैं।

वन्य जीव प्रेमी राधेश्याम पैमानी जिन्होने सर्वप्रथम मरे हुवे गोडावण के अवशेष देखे थे ने एक बातचीत में बताया कि जैसलमेर के डेजर्ट नेशनल पार्क के म्याजलार क्षेत्र में गोडावण के लिए बनाये हुवे चौहाली क्लोजर में भारी संख्या में एक मरे हुवे बडर््स के पंख देखे व अन्य अवशेष नजर आये औरग गोडावण के पास में टेगिंग के लिए की जाने वाली रिंग भी पड़ी थी, इससे यह संभावना हैं कि यह फीमेल गोडावण हैं और इसको टैग किया गया था। इस संबंध मंे उन्होने डेजर्ट नेशनल पार्क व डब्लू.आई.आई के अधिकारियों को सूचित किया। उन्होने बताया कि गोडावण के संरक्षण व बचाने के लिए किये जा रीे प्रयासो में गोडावण की इस मौत से काफी धक्का लग सकता हैं। संभ्वतः किसी जंगली जानवर ने गोडावण को मौत के घाट उतारा हैं।

पैमानी ने बताया कि एक और फीमेल गोडावण इन दिनो खेतोलाई क्षेत्र में देखी गई हैं जिसपर लगा हुआ टैग अपने स्थान से हटकर उसके पैरो में फंस गया हैं। इस कारण से वह पूरी तरह चल ही पा रही हैं और उड़ पा रही हैं। इस संबंध में उन्होने यह जानकारी वन विभाग को दी हैं।

डेजर्ट नेशनल पार्क के डिप्टी कन्जरवेटर फोरेस्ट आशीष व्यास ने म्याजलार क्षेत्र के वन्य विभाग के क्लोजर में मरे हुवे गोडावण के अवशेष मिलने की पुष्टि करते हुवें बताया कि डेजर्ट नेशनल पार्क के म्याजलार क्षेत्र के क्षेत्र में गोडावण के लिए बनाये गए क्लोजर में एक फीमेल गोडावण के अवशेष मिले हैं। भारी संख्या में पंख व अन्य अवशेष देखकर प्रथम दृष्टया में इसके ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के होने की पूरी संभावना हैं, फिर भी जांच पड़ताल के लिए इसके अवशेषो को डब्लू.आई.आई देहरादून की लेबरोट्री में भेजा जायेगा जिससे इसके गोडावण होने की पुष्टि हो जाये।

उन्होने बताया कि इस संबंध में वाईल्ड लाईफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के विशेषज्ञो से जुटाई गई जानकारी में पता लगा हैं कि इस एडल्ट फीमेल गोडावण पर कुछ वर्ष पूर्व टैगिंग की गई थी, संभावना व्यक्त की जा रही हैं इन दिनो यह गाोडावण हो सकता हैं कि बीमार हो गया ऐजेड हो, इस कारण किसी जंगली जानवर के हमले के दौरान उड़ान नही भर पाई हो । संभावना जताई गई कि स्टेयर डोग या लोमड़ी आदि आवारा जानवर ने इसपर हमला करके इसे मारा हैं। गोडावण के अवशेष 2 या 3 दिन पुराने हो सकते हैं। फिलहाल जांच पड़ताल की जा रही हैं।

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