बालिका के हत्यारे को फांसी की मांग को लेकर आदिवासी समाज का जंगी प्रदर्शन

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उदयपुर, 5 अप्रेल ( ब्यूरो)। मावली के लोपड़ा गांव की आठ साल की एक बालिका से दुष्कर्म और नृशंस हत्या के मामले को लेकर आदिवासियों ने बुधवार को उदयपुर में विशाल रैली निकाली। हजारों की संख्या में आए आदिवासियों ने बच्ची के हत्यारे को फांसी की मांग को लेकर जिला कलक्ट्रेट पर जंगी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हत्या के आरोपी कमलेश को फांसी पर लटकाने की मांग की।
उदयपुर में जुटे विभिन्न क्षेत्रों से आए आदिवासी भील समाज के लोगों ने सुबह नौ बजे पुलां से रैली शुरू की। जहां से वह चेटक सर्कल होते हुए मोहता पार्क पहुंची। वहां विरोध प्रदर्शन के बाद रैली एमबी अस्पताल, कोर्ट चौराहा होते हुए कलक्ट्री पहुंची। एक साथ हजारों की भीड़ का अंदाजा जिला प्रशासन एवं पुलिस को भी नहीं था। जिला कलक्ट्रेट के सामने सड़क पर प्रदर्शनकारियों के खडे होने की जगह नहीं थी तो वह आरएनटी मेडिकल कॉलेज की दीवार पर चढ़ गए। भीड़ का हुजूम कोर्ट चौराहे से आगे तक था। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है। इसे फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए। भील समाज के पदाधिकारियों ने हत्यारे को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर आवाज बुलंद की। आक्रोशित युवाओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कई युवा यहां बेटी बचाओ और रेपिस्ट को फांसी दो जैसे संदेश लिखी तख्तियां लिए खड़े थे। उन्होंने कहा कि चार हो गए और पुलिस लापता बालिका की तलाश नहीं कर पाई। इसके लिए पुलिस भी दोषी है। उन्होंने पुलिस को भी लापरवाह माना तथा पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग की।

बच्ची के 10 टुकड़े कर कीर्तन में नाचा आरोपी
इधर, पता चला है कि लोपड़ा गांव में बालिका की हत्या का आरोपी कमलेश को घिनौनी वारदात को लेकर कोई पछतावा नहीं। वारदात के बाद आरोपी ने बालिका का शव अपने बिस्तर में छिपा दिया और घर के पास मंदिर में चल रहे भजन-कीर्तन में पहुंचकर जमकर नाचा। रात करीब 1 बजे तक वह मंदिर में ही रहा। घटना के दो दिन बाद 31 मार्च को गांव में खाकल देवजी बावजी के धार्मिक कार्यक्रम में भी आरोपी कमलेश शामिल हुआ था। यहां आरोपी ने खूब ढोल-नगाड़ा बजाया था। जब 1 अप्रैल को पुलिस ने पकड़ा तो ग्रामीणों के होश उड़ गए। उन्हें एक बार भी आरोपी की इस करतूत पर विश्वास नहीं हो रहा था।मावली पूर्व सरपंच कुलदीप सिंह चुंडावत ने बताया. जब पुलिस बच्ची को तलाशने पहुंच रही थी। तब भी वह घबराया नहीं, बल्कि पुलिस के साथ बच्ची को ढूंढने का नाटक करने लगा था। वह भी उस क्षेत्र में गए तो कमलेश हमारे साथ मौजूद रहा।
बाल आयोग तथा जनजाति आयोग के सदस्य पीड़ि़त परिवार से मिले
राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य राजीव मेघवाल तथा राज्य जनजाति आयोग के सदस्य पन्नालाल मीणा बुधवार को पीड़ित परिवार से मिले तथा उन्होंने पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाए जाने का आश्वासन दियां।

वकीलों ने आरोपी की पैरवी से किया इंकार
उदयपुर बार एसोसिएशन ने हत्या के आरोपी कमलेश की पैरवी से इंकार कर दिया। जिसके बाद एक भी वकील कमलेश के पक्ष में पैरवी नहीं करेगा। एडवोकेट यतीन्द्र जोशी का कहना है बार एसोसिएशन के मंगलवार को ही इस संबंध में फैसला ले लिया था।

क्या है मामला
29 मार्च को कमलेश ने गांव की 8 साल की बच्ची से रेप करने की कोशिश की। जब चीखने लगी तो गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद कमलेश ने उसके साथ रेप किया और उसके शरीर के 10 टुकड़े कर दिये। मां किशन कुंवर और पिता रामसिंह घर पहुंचे तो उन्होंने भी कमलेश का साथ दिया। बालिका का शव ठिकाने लगाने की साजिश मंें शामिल हो गए थे। पुलिस ने हत्या के आरोपी कमलेश और उसके माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल तीनों ही न्यायिक हिरासत में हैं।

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