कांग्रेस को सपने में भी नजर आती है आरएसएस : प्रदेशाध्यक्ष जोशी -भगवा पताका लगाने पर प्रतिबंध के चलते आक्रोशित हैं भाजपाई

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-भाजपा के संभागीय सम्मेलन में प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि यह राजस्थान है या फिर तालिबान
जयपुर, 7 अप्रैल : उदयपुर में जिला प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू करने को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। भाजपाइयों ने इसको लेकर सीएम अशोक गहलोत एवं कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को जयपुर में भाजपा के संभागीय सम्मेलन में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि मेवाड़ में महाराणा प्रताप ने भगवा पताका लेकर मुगलों को परास्त किया। कभी समझौता नहीं किया, बल्कि संघर्ष किया। उन्होंने मेवाड़ को कभी प्राधीन नहीं होने दिया। उस भगवा पताका लगाने के लिए उदयपुर में प्रतिबंध लगाने का फैसला पूरी तरह गलत है। मैं पूछना चाहता हूं यह राजस्थान है कि तालिबान है, जहां एक विशेष वर्ग को टारगेट किया जा रहा है।
जोशी ने आगे कहा कि एक और कोटा में पीएफआई का जुलूस निकलता है। उस पर कोई प्रतिबंध नहीं है। रामनवमी का जुलूस निकलता है, तो उस पर प्रतिबंध लगाया जाता है। कांग्रेस के नेता सरकार बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट खड़े कर देते हैं, लेकिन जयपुर बम ब्लास्ट मामले में कांग्रेस ने एक भी वकील को खड़ा नहीं किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेसी नेताओं को सपने में भी आरएसएस ही नजर आती है। राजस्थान के डॉक्टर अगर हड़ताल करते हैं, तो उसके लिए भी कहते हैं कि संघ वाले करवा रहे हैं। इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात नहीं हो सकती। कांग्रेसी नेता खालिस्तान का समर्थन करते हैं। राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी पीएम मोदी के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते हैं। जिससे जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। जोशी ने कहा कि चिरंजीवी योजना पर भी सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही इलाज की सुविधा है। प्राइवेट हॉस्पिटल सरकार के फैसले के खिलाफ हाथ जोड़ लेते हैं कि हमें इलाज नहीं करना है। राजस्थान में सिर्फ कागजों में योजनाएं चल रही है। इन योजनाओं में जहां पर थोड़ा बहुत काम हुआ भी है। वह भी केंद्र सरकार की ओर से दिए गए फंड के आधार पर ही किया गया है। कांग्रेस सरकार को इस बात को नहीं भूलना चाहिए।

विधायकों की अनुपस्थित रही चर्चा का विषय :
जयपुर में हुए संभागीय सम्मेलन में जिले के कई विधायक गैरहाजिर रहे। इसको लेकर चर्चा होने लगी और भाजपाई ही इसको लेकर कई प्रकार के तर्क देने लगे। कोई आरएसएस के सम्मेलन में शिरकत करने की बात कह रहे थे तो कुछ गुटबाजी की। हालांकि टिकट के दावेदार अब सम्मेलन, प्रोग्राम के बजाय अपनी टिकट पक्का करने के लिए आकाओं को प्रसन्न करने पर अधिक जोर दे रहे हैं। इसी के चलते संघ के प्रोग्राम में भाजपाई बहुत अधिक संख्या में पहुंचे।

चुनावी बिगुल फूंका भाजपा ने, जल्द संगठन में होंगे बदलाव :
प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते ही सीपी जोशी लगातार प्रदेश के शहरों का भ्रमण करने के साथ ही कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की बैठकें ले रहे हैं। इससे साफ है कि भाजपा ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है और इसी के चलते वह लगातार पार्टी के संगठनात्मक फैसलों को लेकर चिंतन व मंथन कर रहे हैं। जल्द ही भाजपा प्रदेश के दूसरे संभागों में भी इसी प्रकार की मीटिंग करेगी। जोशी की नियुक्ति के बाद लगातार संगठन विस्तार की बात सामने आ रही है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि सीमित संख्या में बदलाव करने की मंशा के तहत काम किया जा रहा है। ताकि उसका विरोध नहीं हो और जो निष्क्रिय हैं, उनकी जगह सक्रिय पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी जाए। हालांकि भाजपा व युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण होने को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष बदलाव की कवायद के चलते कई युवा भाजपा नेता इसके लिए जोर-अजमाइश कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेशाध्यक्ष इसको लेकर क्या कदम उठाते हैं।

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