दोस्ती की आड़ में पाकिस्तान को लूट रहा चीन, कड़ी शर्तों पर 98 फीसदी कर्ज

Share:-

पाकिस्तान की चीन के साथ महंगी दोस्ती साबित हो रही है। पाकिस्तान को पैसा चीन जा रहा है। बीआरआइ के बाद यह लूट बहुत ज्यादा बढ़ गई है। चीन ने कड़ी शर्तों पर 98 फीसदी कर्ज दिया है। पाकिस्तानी मीडिया में कहा गया है चीन ने पाकिस्तान को जो भी कर्ज दिया है वो बेहद कड़ी शर्तों पर दिया है और उस पर भारी ब्याज वसूला जा रहा है। चीनी कर्ज का सिर्फ 2 प्रतिशत पाकिस्तान को अनुदान में मिला है। इसी तरह आपसी व्यापार में भी चीन जिस तरह से दूसरे देशों में हुए व्यापार में अपनी व्यापार लाभ रखना चाहता है, ठीक उसी तरह से उसकी सोच पाकिस्तान के लिए भी काम कर रही है। विशेषज्ञों ने इसके पहले भी कई बार चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर भी सवाल उठाए हैं। अब पाकिस्तानी अर्थशास्त्री खुलकर कह रहे हैं कि, इस सारी कवायद में पाकिस्तान का पैसा चीन पहुंच रहा और पाकिस्तान कंगाल हो रहा है।

70.3 अरब डॉलर का कर्ज

अमरीका स्थित इंटरनेशनल डेवलपमेंट रिसर्च लैब एडडाटा की हाल में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने चीन से 70.3 बिलियन डॉलर ले रखे हैं। इसका एक बड़ा हिस्सा कर्ज के रूप में लिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2000 और 2021 के बीच पाकिस्तान में चीन के पोर्टफोलियो में केवल 2 फीसदी अनुदान शामिल था, जबकि बाकी 98 फीसदी ऋण के रूप में था। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने दुनिया भर के देशों को जो कर्ज दिया है उसमें तीसरा सबसे बड़ा कर्जदार देश पाकिस्तान ही है। चीन के कर्जदार देशों की सूची में वेनेजुएला पहले और रूस दूसरे स्थान पर हैं।

बीआरआइ के बाद सब कुछ गंवाया

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2013 में बीआरआइ शुरू होने के बाद की अवधि में चीन ने पाकिस्तान को कर्ज के रूप में 56 अरब डॉलर दिए। इनमें से 16 अरब डॉलर बजट समर्थन के लिए थे। बीआरआइ से पहले साल 2000 से 2012 तक बजट समर्थन क्रेडिट 4.6 अरब डॉलर था। व्यापार घाटा बढ़ने पर चीन ने पाकिस्तान को बजट सहायता के लिए और ज्यादा कर्ज देना शुरू कर दिया। इन क्रेडिट का मकसद यही था कि पाकिस्तान उसके खेल का हिस्सा बना रहे। इसलिए पाकिस्तान हर गुजरते साल के साथ चीन के हाथों अपना सब कुछ गंवाता गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *