3 घंटे में दिल्ली पहुंचने के 175 रुपए ज्यादा लगेंगे:समझिए- एक्सप्रेस-वे पर एक ही टोल फिर भी क्यों लगेंगे ज्यादा रुपए

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन करने के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को आम लोगों के लिए चालू कर दिया गया है। NHAI ने हाईवे पर चलने वाले लोगों के लिए टोल टैक्स रेट भी जारी कर दिए हैं। 16 फरवरी की रात से टोल वसूलना शुरू कर दिया गया।

एक्सप्रेस-वे शुरू होने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि यदि कोई जयपुर से दिल्ली जाना चाहता तो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से सिर्फ 3 घंटे लगेंगे। जबकि जयपुर-दिल्ली रोड पर ये सफर तय करने में 6-7 घंटे लगते हैं।

एक्सप्रेस-वे से सफर आसान तो हो गया है, लेकिन साथ ही महंगा भी हो गया है। पुराने रास्ते पर जयपुर से दिल्ली के सफर में 375 रुपए का टोल लगता था, जबकि एक्सप्रेस-वे पर ये टोल होगा 550 रुपए, यानी 175 रुपए ज्यादा।

स्पेशल रिपोर्ट में समझिए, एक्सप्रेस-वे पर एक ही जगह टोल कटने के बावजूद क्यों देने पड़ेंगे ज्यादा रुपए…

9 इंटरचेंज पॉइंट्स रहेंगे, जहां से एंट्री-एग्जिट

दौसा से दिल्ली जाना है तो भंडारेज, डूंगरपुर और बडकापारा से एंट्री की जा सकेगी। पूरे एक्सप्रेस हाईवे पर 9 इंटरचेंज पॉइंट्स होंगे। दिल्ली से आने पर पहला एंट्री पॉइंट हिलालपुर, खलीलपुर, कालिंजर, घाटा समसाबाद, शीतल, पिनान, भंडारेज, डूंगरपुर और अंतिम पाइंट बडकापारा टोल रहेगा। इन्हीं इंटरचेंज पॉइंट्स से एंट्री होगी और एग्जिट किया जा सकेगा।

बिना रोके ही फास्टैग से कटेगा टोल

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर केवल एक ही जगह एग्जिट पॉइंट पर फास्टैग से टोल कटेगा, जबकि पुरानी दिल्ली रोड की बात करें तो तीन जगहों पर टोल देना पड़ता था। टोल के लिए इंतजार भी काफी करना पड़ता था, क्योंकि हैवी वाहनों का लोड रहता था। मनोहरपुरा और शाहजहांपुर पर ट्रकों का लंबा जाम लगा हुआ रहता है।अब समझिए, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे महंगा क्यों पड़ेगा

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे : जयपुर से दौसा के भंडारेज तक पहुंचने के लिए राजाधोक टोल होकर गुजरना होगा। वहां कार के लिए 75 रुपए देने पड़ेंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर भंडारेज से हिलालपुर के लिए 395 रुपए देने पड़ेंगे। वहीं हिलालपुर से दिल्ली के लिए जाने पर गुरुग्राम टोल भी पड़ेगा, जहां 80 रुपए देने होंगे। यानी जयपुर से दिल्ली जाने के लिए आपको (75+395+80) 550 रुपए देने पड़ेंगे।

जयपुर-दिल्ली रोड : इस रास्ते पर 3 टोल पड़ते हैं…मनोहरपुर, शाहजहांपुर व गुरुग्राम टोल। मनोहरपुर पर कार के लिए 75 रुपए, शाहजहांपुर पर 155 रुपए और गुरुग्राम टोल पर 80 रुपए देने पड़ते हैं…यानी कुल 310 रुपए चुकाने पड़ते हैं। अगर दौलतपुरा होकर निकलते हैं तो 65 रुपए का एक टोल बढ़ जाएगा और कुल टोल टैक्स होगा 375 रुपए।

नए एक्सप्रेस हाईवे से 15 हजार करोड़ की टोल वसूली

दिल्ली से दौसा तक एक्सप्रेस हाईवे शुरू हो चुका है। टोल टैक्स की दरें भी जारी कर दी गई हैं। माना जा रहा है कि एक्सप्रेस-वे शुरू होने के बाद 15 से 18 हजार करोड़ रुपए हर साल सरकार टोल टैक्स के रूप में मिलेंगे। फिलहाल नौ इंटरचेंज से कहीं भी जाने पर प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल वसूला जाएगा।

सोहना से दौसा तक 225 किमी का रास्ता पहले फेज में खोल दिया गया है। पीएम मोदी ने 12 जनवरी को इसका उद्घाटन किया था। अब दूसरे फेज में मार्च 2023 में 100 किमी वडोदरा-अंकलेश्वर और जून 2023 में 211 किमी लंबा झालावाड़ा-एमपी हाईवे खोल दिया जाएगा। अभी तक 1355 किमी लंबे हाईवे में से 738 किमी बन कर तैयार हो चुका है। यहां पर कैमरे लगाने, स्पीड मीटर लगाने सहित कई कार्यों का काम चल रहा है।राजस्थान में 277 अंडरपास व 152 ब्रिज

दिल्ली से लेकर मुंबई तक राजस्थान में हाईवे की 373 किमी की दूरी होगी। एक्सप्रेस हाईवे पर राजस्थान में 277 अंडरपास और 152 ब्रिज बनाए गए हैं। इसके अलावा 12 फ्लाईओवर व 7 आरओबी ब्रिज बनाए गए हैं। दो ओवरपास भी बनाए गए हैं। इन्हें दूसरे हाईवे से भी कनेक्ट किया गया है।

इस दूरी में राजस्थान के 7 जिले जुड़ेंगे। दिल्ली से निकलने पर सबसे पहले अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिले कनेक्ट होंगे। हाईवे से जुड़ने के लिए हर जिले में एक ही एंट्री और एग्जिट पाॅइंट होगा। यहीं से ही हाईवे पर आ-जा सकेंगे।

वाहनों की स्पीड लिमिट तय

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे को 8 लेन का बनाया गया है। जरूरत पड़ने पर दो लेन बढ़ाई जा सकेंगी। हल्के वाहनों के लिए 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड तय की गई है, जबकि बड़े वाहन जैसे बस और ट्रकों के लिए स्पीड लिमिट कम रखी गई है।

स्पीड के कारण ही हाल में अलवर में एक बड़ा हादसा हो गया था। सोहना से भंडारेज तक सड़क के दोनों ओर 6-6 रेस्ट एरिया बनाए गए हैं। अभी दो रेस्ट एरिया शुरू किए गए हैं, बाकी पर काम चल रहा है। रेस्ट एरिया में रेस्टोरेंट से लेकर पेट्रोल पंप, चार्जिंग स्टेशन, सर्विस स्टेशन, ट्रोमा वार्ड बनाए गए हैं।दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ेंगे दूसरे हाईवे

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल के हाईवे भी जोड़े गए हैं। इसका सीधा फायदा गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, मेरठ के साथ ही फरीदाबाद, पलवल को भी मिलेगा। पेरिफेरल हाईवे को लूप के जरिए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ा गया है। इससे दिल्ली आने की बजाय लोग सीधे ही बाहर से आ और जा सकेंगे। ईस्टर्न पेरिफेरल पर चढ़ने के बाद वाहन चालक गुरुग्राम के साेहना में वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर बने इंटरचेंज से आ सकेंगे।

वहीं, दक्षिण दिल्ली के लोग भी फरीदाबाद से पलवल होते हुए ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल से एक्सप्रेस-वे पर जा सकेंगे। इससे राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के लोगों को काफी फायदा मिलेगा।

यमुना एक्सप्रेस-वे और पेरिफेरल को जोड़ने का प्लान

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से यमुना एक्सप्रेस-वे और पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे को जोड़ने का प्लान शुरू कर दिया गया है। इससे आगरा की ओर जाने वाले वाहनों को फायदा मिल सकेगा। दोनों हाईवे के जोड़े जाने पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर आ-जा सकेंगे।

NHAI और सड़क परिवहन मंत्रालय ने यूपी सरकार को पत्र लिखकर दोनों हाईवे को जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनाने के लिए कहा है। इससे दिल्ली और नोएडा में वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। ग्रेटर नोएडा में इंटरचेंज बनाए जाने की प्लानिंग है।

6 राज्यों को जोडे़गा एक्सप्रेस-वे

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से प्रमुख 6 राज्यों को जोड़ा जा सकेगा। इसमें दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। इन राज्यों में दिल्ली, गुरुग्राम, जयपुर, कोटा, इंदौर, भोपाल, बडोदरा, सूरत जैसे शहरों को जोड़ने से काफी फायदा होगा।2 घंटे में मुंबई पहुंचने का दावा

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे भारत का सबसे लंबा हाईवे होगा। इसकी लंबाई 1386 किलोमीटर है। फिलहाल रिपोर्ट में एक्सप्रेस वे से 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई पहुंचने का दावा किया जा रहा है। दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी 1424 किमी से कम होकर 1242 किमी ही रह जाएगी। अभी मुंबई जाने में 24 घंटे का समय लग जाता है, लेकिन हाईवे पूरा बन जाने के बाद 12 घंटे ही दिल्ली से मुंबई पहुंचने में लगेंगे।

हाईवे पर ये भी खासियत

सीसीटीवी से सुरक्षा

हाईवे पर हर 500 मीटर की दूरी पर सीसीटीवी लगाए गए हैं। इससे आप कहीं भी जाएं कैमरों की नजर में रहेंगे। गाड़ी के आने-जाने का पूरा रिकॉर्ड मौजूद रहेगा।

ब्रेकर फ्री हाईवे

दिल्ली से लेकर वडोदरा तक पूरे हाईवे पर कहीं भी ब्रेकर नहीं बनाए गए हैं। हाईवे-वे को काफी ऊंचा बनाया गया है। हाईवे के दोनों ओर बैरिकेडिंग की गई है, ताकि आवारा जानवर सड़क पर न आ जाएं।

स्पीड गवर्नर

पूरे हाईवे पर जगह-जगह स्पीड डिस्प्ले लगाए गए हैं। वाहनों के लिए स्पीड तय की गई है। अगर कोई तय स्पीड से तेज गति में गाड़ी चलाता है तो उसका ऑनलाइन ही चालान काट दिया जाएगा। मोबाइल पर तुरंत स्पीड चालान का मैसेज आ जाएगा। जुर्माना भी हाईवे पर ही वसूल कर लिया जाएगा।

अचानक कार रोकने पर चालान कटेगा
हाईवे पर कहीं भी आप गाड़ी को बिना किसी तकनीकी खामी के रोक नहीं सकते हैं। अचानक गाड़ी रोकने पर चालान कटेगा। गाड़ी को केवल रेस्ट एरिया में ही रोकने की परमिशन है।

एक्सीडेंट होने पर तुरंत पहुंचेगी मोबाइल वैन
एक्सप्रेस-वे पर स्पीड में अगर किसी वाहन की दूसरे वाहन से भिड़ंत होती है तो मोबाइल वैन तुरंत पहुंचेगी। दुर्घटना होने पर वाहन को तुरंत क्रेन की मदद से हटा दिया जाएगा। वहीं घायलों को रेस्ट एरिया में ले जाया जाएगा। वहां से अस्पताल भिजवाया जाएगा।

एक नजर में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे

दिल्ली से मुंबई तक 1380 किमी की लंबाई है।
पहले फेज में 246 किमी सोहना से दौसा तक खोला गया है।
दूसरे फेज में 100 किमी वडोदरा-अंकलेश्वर और जून 2023 में 211 किमी झालावाड़-एमपी हाईवे खोला जाएगा।
एक्सप्रेस-वे की गुजरात में लंबाई 426, राजस्थान में 373, मध्यप्रदेश में 244, महाराष्ट्र में 171, हरियाणा में 129 किमी की लंबाई रहेगी।
1355 किमी लंबे हाईवे में से 738 किमी बन कर तैयार हो चुका है।
पूरा एक्सप्रेस-वे 8 लेन का है, जरूरत पड़ने पर दो लेन बढ़ाई जा सकेंगी।
एक्सप्रेस-वे से 6 राज्यों को जोड़ा गया है।
बिना रोके फास्टैग से एग्जिट पॉइंट पर टोल कटेगा।
120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तय है।
अधिक स्पीड में गाड़ी चलाने पर जुर्माना होगा।
जर्मन टेक्निक से सड़क को बनाया गया है।
हाईवे पर इमरजेंसी में फाइटर जेट की भी लैंडिंग कराई जा सकेगी।

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