शीतला माता को लगाया ठंडे पकवानों का भोग, परिवार के निरोग रहने की कामना

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अजमेर, 15 मार्च (ब्यूरो): लोकपर्व बास्योडा (शीतलाष्टमी) पर जिले में स्थित विभिन्न शीतला माता मंदिरों में महिलाओं ने शीतला माता की विधि विधान से पूजा अर्चना की और ठंडे पकवानों का भोग लगाया। महिलाएं सुबह ही स्नान कर पूजा की थाली व ठंडे पकवानों के साथ शीतला मंदिर पहुंची। शहर में बजरंगगढ़ के पास काला बाग स्थित प्राचीन शीतला माता मंदिर सहित शहर के वैशाली नगर, उसरी गेट, फायसागर, मदार गेट, मेयो लिंक रोड, गुलाबबाड़ी, पुष्कर रोड, धोलाभाटा, पहाडगंज, रामगंज, सुभाष नगर, आदर्श नगर, बिहारी गंज और अन्य इलाकों में भी मंदिरों में शीतला माता का पूजन किया । नीम चबूतरा कायस्थ मोहल्ला स्थित बीजासन माता के भी भोग लगाया गया। इस दौरान महिलाएं गीत गाते नजर आई। कई महिलाएं सडक़ पर झांडू लगाते हुए मंदिर तक पहुंची।
शीतला माता का महिलाओं ने जल से अभिषेक किया और रोली.मोली अन्य पूजा सामग्री से विधि विधान से पूजा की। इसके बाद ठंडे पकवानों का भोग लगाया। लोगों ने मक्का की राबडी, कांझा, पूवे, पकौड़ा, पूरी सहित अनेक पकवान का भोग लगाया। बता दे कि मंगलवार को दिन भर महिलाओं ने घरों में पकवान बनाए। कई महिलाएं बुधवार सुबह पूजा करने शीतला माता मंदिर पहुंची। जहां उन्हें लंबी कतार के चलते पूजन के लिए इन्तजार करना पड़ा। माता को पुए, पापड़ी, पुड़ी, राबड़ी आदि ठंडे पकवानों का भोग लगाकर बच्चों के चिरायुए परिवार को शारीरिक और मानसिक रोगों को दूर रख निरोग रखने व सुख समृद्धि की कामना की। इसके बाद घर पहुंचकर परिवार के सदस्यों के तिलक लगाया। घर के सभी सदस्यों ने इस दिन ठंडे व्यंजनों का ही भोजन किया।

ठंडा खाने की परंपरा
बताया जाता है कि शीतला माता का ही व्रत ऐसा है जिसमें शीतल यानी ठंडा भोजन करते हैं। इस व्रत पर एक दिन पहले बनाया हुआ भोजन करने की परंपरा है। इसलिए इस व्रत को बासोड़ा भी कहते हैं। माना जाता है कि ऋतुओं के बदलने पर खान पान में बदलाव करना चाहिए है। इसलिए ठंडा खाना खाने की परंपरा बनाई गई है। धर्म ग्रंथों के मुताबिक शीतला माता की पूजा और इस व्रत में ठंडा खाने से संक्रमण और अन्य बीमारियां नहीं होती।

मंदिर के सामने भरा मेला
काला बाग स्थित प्राचीन शीतला माता मंदिर पर बुधवार को शीतला सप्तमी पर मेला भरा वही आज गुरुवार को भी मेला भरेगा। मेले में मिट्टी और प्लास्टिक के खिलौने, कांच के बर्तन, गिलास, कप, गुब्बारे, टोपी, धनुष.तीर, घडिय़ां, कपड़े, सजावटी सामान की दुकानें लगाई गई हैं। इसके अलावा कुल्फीए छोले भटूरे, दही बड़े, चाट.पकौड़ी, शर्बत, पानी-पताशे की दुकानें भी लगाई गई हैं। शहरवासी दो दिन तक मेले का लुत्फ उठा सकेंगे।

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