इलेक्ट्रिक व्हीकल में नहीं लगेगी आग, एमपीयूएटी के रिसर्चर ने बनाई अनूठी बैटरी, सस्ती व हल्की भी

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उदयपुर, 29 मार्च ( ब्यूरो)। तरल ईंधन के बढ़ते दामों के चलते और वायु प्रदूषण से विश्व को बचाने के लिए अब इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग बढ़ती जा रही है। किन्तु इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने की घटना से उपभोक्ता चिंतिंत रहते हैं। इससे बचाव के लिए उदयपुर के महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग (सीटीएई) के दीपक सिंह ने ऐसी अनूठी बैटरी बनाई है, जिसमें आग नहीं लगेगी। यह बैटरी अभी तक ईवी व्हीकल में लगने वाली बैटरी के मुकाबले ना केवल सस्ती होगी, बल्कि हल्की भी होगी।
सीटीएई में जारी टीईपीपी आउटरीच प्रोगाम के तहत दीपक सिंह ने चार साल की मेहनत के बाद ईवी की लिथियम आयन बैटरी की शक्ति बढ़ाने के लिए अभिनव बैटरी एनक्लोजर विकसित की है। दावा ये है कि इससे ईवी में आग की घटनाएं नहीं होंगी। उनके जरिए तैयार बैटरी को स्टार्ट अप के लिए तैयार कर जल्द ही बाजार में लान्च किया जाएगा।

टीईपीपी आउटरीच कम क्लस्टर इनोवेशन सेंटर के प्रमुख प्रो. नवीन जैन बताते हैं कि विवि ने स्टार्ट अप को बढ़ाने के लिए दीपक के प्रोजेक्ट के लिए उन्हें पांच लाख रुपए और तकनीकी मदद की थी। उन्होंने बताया कि दीपक भारतीय कौशल विकास विश्वविद्यालय जयपुर में रिसर्चर हैं, जो साल 2018 से बैटरी को विकसित करने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। बाजार में आने वाली ईवी व्हीकल बैटरी में गर्मी बढ़ने उसमें आग लगने की घटनाएं बढ़ रही थीं। इसे रोकने के लिए बैटरी में अवस्था परिवर्तन सामग्री (टीसीएस) का उपयोग किया गया। टीसीएस ठोस अवस्था में रहता है, जो तापमान बढ़ने ही पिघलने के साथ-साथ आसपास की गर्मी को अवशोषित करता है। जिसके चलते आग लगने की घटनाएं नहीं होंगी। तापमान सामान्य रहने से जहां बैटरी की क्षमता भी बढ़ती है, वहीं बैटरी एनक्लोजर कंपोजिट मेटेरियल से बनी होने के कारण दूसरी बैटरियों के मुकाबले सस्ती होती है। स्टील बैटरी के मुकाबले इसका वजन भी आम ईवी बैटरी के मुकाबले तीस प्रतिशत कम होगा।

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