जयपुर।
राज्य विधानसभा में पूरक प्रश्न पूछने की लिमिट तय किए जाने तथा अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्न पूछने पर रोक के चलते शुक्रवार को प्रश्नकाल की कार्यवाही तय समय से 10 मिनट पहले ही समाप्त हो गई। इस दौरान स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने के बजाय सदस्यों को फाइनेंस और एप्रोप्रियेशन बिल की उपयोगिता की जानकारी दी।
बता दे कि विधानसभा के इस सत्र में 8 बार पहले भी ऐसा हो चुका है। प्रश्नकाल अपने निश्चित समय में पूरा हुआ लेकिन आज संभवत पहली बार हुआ कि तय समय से 10 मिनट पहले ही संपन्न हो गया। स्पीकर सीपी जोशी ने भी कहा की विधायक को दो सप्लीमेंट्री सवाल पूछने और एक सवाल नेता प्रतिपक्ष को पूछने का जो प्रोसीजर शुरू किया उसके चलते अब सभी सवालों के जवाब दिए जा रहे हैं। इस दौरान जोशी ने नेता प्रतिपक्ष का भी जिक्र किया और कहा कि भाजपा ने अभी नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया है, ऐसे में नेता प्रतिपक्ष की ओर से एक सवाल नहीं पूछा जा रहा है। यही कारण है कि तय समय से पहले प्रश्नकाल पूरा हो गया। इसके बाद स्पीकर जोशी ने नए सदस्यों को फाइनेंस बिल और एप्रुपरिएशन से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विनियोग विधेयक और वित्त विधेयक पर डिस्कशन के दौरान किन अहम बातों का ध्यान रखना चाहिए। एप्रोप्रियेशन बिल के समय भी किसी भी विभाग की किसी डिमांड की पॉलिसी के संबंध में डिमांड डिस्कस को डिबेट का पार्ट बनाया जा सकता है। डॉ. जोशी ने कहा कि शिक्षा के संबंध में चर्चा करनी चाहिए क्योंकि कोरोना के समय बच्चों की शिक्षा व्यवस्था बहुत प्रभावित रही। मोबाइल के कारण लाभ के साथ समाज में कोरोना में विषमता पैदा हुई, जो मां-बाप पढ़े लिखे नहीं है, उन्हें मोबाइल में उपलब्ध चीजों की जानकारी नहीं है। पढ़े लिखे मां-बाप मोबाइल के माध्यम से अपने बच्चों की मदद कर रहे है। बच्चे मोबाइल के बारे में अधिक जानकार हो गये है। सदन में मोबाइल के माध्यम से बनी हुई स्थितियों पर भी चर्चा की जानी चाहिए।
तय समय से पहले ही आज विधानसभा में सवाल जवाब पूरे होने पर माहौल भी काफी हल्का नजर आया। कोटा के लाडपुरा से विधायक और पूर्व राज परिवार की सदस्य कल्पना देवी को अतिरिक्त समय मिला जिस पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड ने कहा कि राजा महाराजाओं के लिए छूट है हमारे जैसे सामान्य लोगों के लिए नहीं। इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने भी हंसते हुए कहा कि राजा महाराजाओं की वजह से ही आजादी मिली है। उनकी इस बात पर पूरा सदन ठहाकों से गूंज गया।
2023-03-18