प्रतापगढ़11मार्च. जिले के जिला मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय में मातृ शिशु ईकाई में साफ सफाई अव्यवस्थाओं के चलते जच्चा बच्चा वार्ड में चुहो ने आतंक मचा रखा है। सोश्यल मिडिया पर विडियों जमकर वायरल हो रहा है जिसमें मातृ शिशु ईकाई में जच्चा बच्चा वार्ड में रात्रि के समय अवव्यस्थाओं के चलते मातृ शिशु ईकाई में प्रस्तुता वार्ड में प्रस्तुता के परिजनों द्वारा रात्रि के समय वार्ड में चुहो के द्वारा मचाया जा रहा उत्पात को मोबाईल में कैद कर विडियो सोश्यल मिडिया पर वायरल कर दिया जिसके चलते चिकित्सालय में व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। विडियों में चुहे प्रस्तुता के पलंग पर उत्पात मचाते हुए इिखाई दे रहे है तो दुसरी ओर खाने पीने के बर्तनो में पानी पिते हुए दिखाई दे रहे है यह मामला नया नही है इस प्रकार के मामले पहले भी कई बार सामने आ चुके है जिसको लेकर मरीज के परीजनो नें कई बार शिकायत सम्बन्धित प्रबन्धक पीएमओ ओपी दायमा को की गई थी पीएमओं का एक ही रटा रटाया जवाब अगर कोई एसा मामला हे तो दिखवाते है लेकिन इस बार वायरल विडियों के बारे में जानकारी के लिए पीएमओ से बात करनी चाही तो पहले तो फोन नही उठाया दुसरे नम्बर से फोन करने पर फोन उठाते ही मामले की जानकारी चाही गई तो सम्बन्धित ठकेदार का काम बोलते हुए फोन काट दिया दुबारा फोन करने पर फोन का जवाब नही दिया गया दुसरी ओर सीएमएचओ वीडी मीणा ने अवकाश पर होने की बात करते हुए मामला पीएमओ पर डाल दिया गौरतलब है कि कुछ दिनो पहले ७ मार्च मंगलवारको विधायक रामलाल मीणा द्वारा औचक निरिक्षण के दौरान अव्यवस्थाओं के चलते पीएमओ व्यवस्थाओं को सुधारने दिशा निर्देश भी दिए गये बावजूद इसके हालात और ज्यादा गंभीर होते जा रहे है जिसका उदाहरण आज शनीवार को प्रस्तुता के परीजनो द्वारा चुहो के अतंक का विडियो वायरल कर चिकित्सालय की व्यवस्थाओं उजागर कर दिया है।
रात्रि में जच्चा-बच्चा की सुरक्षा का कौन जिम्मेदार
जिला चिकित्सालय मातृ शिशु इकाई में जच्चा बच्चा वार्ड में जिस तरह से चूहों ने आतंक मचा रखा है जच्चा बच्चा और दोनों ही असुरक्षित हैं ऐसे में सवाल उठता है कि जिला चिकित्सालय ने मातृ शिशु इकाई में रात्रि के समय जच्चा बच्चा की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन होगा
विधायक के आदेश हुए हवा
७ मार्च मंगलवार को विधायक रामलाल मीणा द्वारा औचक निरीक्षण के दौरान पीएमओ ओपी दायमा को निर्देशित किया गया था कि अस्पताल में अव्यवस्थाओं लेकर बिल्कुल समझौता नहीं किया जाएगा व्यवस्था में सुधार करें साथ ही सोनोग्राफी एवं जांचो में हो रही है परेशानी को लेकर लिखित आदेश भी जारी किए गए थे बावजूद इसके व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ और आदेश को हवा में उड़ा दिया गया।