जहाजपुर/जयपुर :
पूर्व मंत्री स्वर्गीय रतन लाल ताम्बी के संपूर्ण जीवन को अपनी अटूट निस्वार्थ सेवा, अथक संघर्ष और अद्वितीय त्याग से संवार कर उन्हें जहाजपुर का गांधी बनाने में समर्पित योगदान देने वाली उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय नंद कंवर ताम्बी की आज मंगलवार 25 नवम्बर को चतुर्थ पुण्यतिथि धार्मिक रूप में मनाई गई ।
जहाजपुर हाथीदेह बालाजी में पूजा
स्वर्गीय ताम्बी के पुत्र नील अनन्त ने बताया कि इस अवसर पर जहाजपुर और जयपुर मंदिर में माताजी स्वर्गीय नंद कंवर की पुण्यात्मा की आत्मा की शांति के लिए पूजा अर्चना कर प्रसाद वितरण किया गया ।
जहाजपुर स्थित हाथीदेह बालाजी धाम पर आज प्रातः बजरंगबली के चोला- अंगी का मनोहारी श्रृंगार सेवा द्वारा पुण्यात्मा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर उन्हें याद किया गया ।
जयपुर अक्षय पात्र मंदिर में खिचड़ी प्रसाद सेवा
जयपुर जगतपुरा स्थित अक्षय पात्र मंदिर में आज स्वर्गीय नंद कंवर ताम्बी की चतुर्थ पुण्यतिथि पर भक्तजनों में खिचड़ी प्रसाद का वितरण कर पुण्यात्मा का स्मरण किया गया ।
स्वर्गीय नंद कंवर ताम्बी का संपूर्ण जीवन किसी तपस्विनी से कम नहीं था । एक राजनेता की पत्नी होने के बावजूद उन्होंने अपने सम्पूर्ण जीवन में स्वयं के लिए राजनीति से कभी कुछ नहीं मांगा । वे अन्नपूर्णा बनकर पूरे राजस्थान से आए आगंतुकों का आतिथ्य करती थी और वो भी बिना किसी नौकर की सहायता के । राजनैतिक तड़क भड़क न उनके व्यक्तित्व को कभी प्रभावित कर पाई और न ही उनकी सहजता सरलता को ।
स्वर्गीय नंद कंवर ताम्बी के ऐसे प्रेरक जीवन का स्मरण, किसी अलौकिक अनुभूति से कम नहीं है।
