राजस्थान की लोक देवी जीण माता का लक्खी मेला शुरू,चांदी के वर्क की पोशाक और मुंबई के सिंदूर से श्रृंगार​​​​​,शराब-पशु बलि पर रोक

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सीकर , 22 मार्च (ब्यूरो):
राजस्थान की लोक देवी जीण माता (शेखावाटी की कुलदेवी) का लक्खी मेला चैत्र नवरात्रा के पहले दिन बुधवार से शुरू हो गया। अलग-अलग राज्यों से भक्त मां के दर्शन करने सीकर पहुंच रहे हैं। चांदी के वर्क की पोशाक पहनाकर मां का श्रृंगार किया गया। मुंबई के सिंदूर से मां का तिलक किया गया। इस बार भक्त मां को शराब और पशु बलि नहीं चढ़ा सकेंगे।

दूध से किया मां का अभिषेक
सीकर जिले में जीण माता के लक्खी मेले में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी थी। सुबह से भक्तों की लंबी लाइन मंदिर के बाहर लग गई थी। घट स्थापना के साथ सुबह 5: 30 बजे मां का दूध से अभिषेक किया गया। सात रंग की 20 पोशाक भी मां को धारण कराई गई। मां के लिए चांदी की पोशाक भक्तों ने तैयार किए थे। इसे बनाने में करीब 2 महीने का समय लगा था। मां के श्रृंगार के लिए कोलकाता और दिल्ली से फूलों को मंगवाया गया है। हर दिन ताजा फूल मंदिर में पहुंचाए जाएंगे।

अरावली की पहाड़ियों में स्थित जीण माता का मंदिर। माता के दर्शन के लिए राजस्थान ही नहीं, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से भक्त पहुंचे हैं।

माता के लाइव दर्शन कर सकेंगे भक्त
माता के दर्शन करने के लिए राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से भक्त पहुंचे हैं। मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, आरती का समय रोज सुबह 9 बजे और शाम को 6:45 बजे रहेगा। पिछली बार सुबह आठ बजे आरती की गई थी। इस बार विशेष श्रृंगार किया जा रहा है, जिसमें समय लगता है। इसके अलावा https:// www.jeenmata.org/ पर माता के लाइव दर्शन किए जा सकते हैं। आरती भी सुनी जा सकती है।

121 मीटर लंबी चुनरी पहनाई
जीण माता धाम में 9 दिन तक मेला चलेगा। अगले 9 दिनों तक जीणधाम के बाजार में रौनक बनी रहेगी। जीण माता सेवा संघ की ओर से 121 मीटर लंबी चुनरी पहनाई गई। प्रशासन ने वाहनों की अधिक संख्या को देखते हुए कोछोर तिराहा, रैवासा रोड पर पांच बीघा में पार्किंग बनाई है। पार्किंग में तीन हजार से ज्यादा वाहन खड़े हो सकते हैं। पार्किंग में वाहनों की सुरक्षा के लिए मंदिर कमेटी के लोग लगे हैं।

मां के दरबार में लाइन में लगे भक्त अपनी बारी का इंतजार करते हुए। मेले में राजस्थान सहित दूसरे राज्यों से भी भक्त माता के दर्शन करने पहुंचे हैं।
कारीगरों ने मंदिर को लाल रंग में सजाया
परिसर में ट्रस्ट की ओर से मंदिर में 40 अतिरिक्त पंखे, 6 एसी लगाए गए हैं। पूरे मंदिर में रेड कारपेट बिछाया गया है। मंदिर को सजाने के लिए सोनीपत के कारीगरों को बुलाया गया है। उन्होंने पूरे मंदिर को लाल रंग से सजाया है।

सीसीटीवी-ड्रोन से रखी जा रही नजर
मेले में इस बार 100 सीसीटीवी लगाए गए हैं। मेले की हर गतिविधि पर इसके माध्यम से नजर रखी जा रही है। एसडीएम प्रतिभा वर्मा ने मंगलवार शाम को मेला परिसर का जायजा लिया था। प्रतिभा वर्मा के नेतृत्व में पुलिस, प्रशासन सहित सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों ने मेले में व्यवस्थाओं को संभाल रखा है। मेले में होने वाली हर गतिविधि पर पुलिस की कड़ी नजर है। सीसीटीवी व ड्रोन कैमरा से निगरानी की जा रही है। भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार मेले में 6 लाइन बनाई गई है। इससे भक्त आसानी से माता के दरबार में धोक लगा सकेंगे।

9 दिन तक चलने वाले मेले में भक्तों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने पूरा इंतजाम किया है। सीसीटीवी और ड्रोन से पूरे मेले पर नजर रखी जा रही है।
मेले में 55 अस्थायी दुकानें
मेले में 55 अस्थायी दुकानें जगाई जाएंगी। इनकी बोली लगाई गई थी। इससे मंदिर ट्रस्ट को 40 लाख रुपए से ज्यादा की आय हुई है। सरपंच सुभाष शेषमा और ग्राम सेवक सुभाषचंद मिठारवाल ने बताया कि एक नंबर की दुकान करीब चार लाख में बिकी है। मेले के दौरान दुकानदारों को अवैध अतिक्रमण नहीं करने की हिदायत दी गई है।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि ऐसा जो भी व्यापारी करेगा, उसका दुकान आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। प्रशासन ने पांच टैंकर व पानी की बोतलों की व्यवस्था की है। ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न आए।

जीण माता मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं प्रसाद देते पुजारी।
800 पुलिसकर्मियों ने संभाला सुरक्षा का जिम्मा
मेले की सुरक्षा की जिम्मेदारी 800 पुलिसकर्मियों पर है। इसमें 50 से अधिक पुलिसकर्मी सादी वर्दी में तैनात हैं। सादी वर्दी में पुलिसकर्मी जेबकतरों, चेन स्नेचरों व बाइक चोरी करने वाले बदमाशों पर नजर रख रहे हैं। मेले की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जा रही

मेले में तैनात पुलिसकर्मी। बदमाशों पर नजर रखने के लिए 50 से ज्यादा पुलिस के जवान सादी वर्दी में तैनात है। बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई है।
शराब और पशु बलि पर रहेगी रोक
जीण माता मेले के दौरान प्रशासन ने हिदायत दी है कि शराब और पशु बलि पर सख्ती से रोक रहेगी। इसके साथ ही डीजे पर भी रोक है। रेवासा-जीण माता-बाजोर मार्ग पर डीजे बजाते पकड़े जाने पर प्रशासन को जब्ती का आदेश दिया गया है। पशु बलि पर पुलिस पूरी तरह से निगरानी रखेगी। इसके अतिरिक्त 10 फीट से ऊंचा निशान लेकर श्रद्धालु मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं कर सकेंगे।

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