आंदोलन को आईएमए का समर्थन, देशभर में आज बंद रहेंगे अस्पताल , पांचवें दिन सडक़ों पर उतरे निजी चिकित्सक

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-रैली निकाल कर जताया विरोध
जयपुर, 25 मार्च (ब्यूरो): राइट टू हैल्थ (आरटीएच ) बिल के विरोध में शनिवार को भी डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी रहा। चिकित्सकों ने जयपुर में जेएलएन मार्ग पर डॉक्टरों ने विशाल रैली निकाली। सुबह 11 बजे बड़ी संख्या में डॉक्टरों का समूह एसएमएस से नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए त्रिमूर्ति सर्किल तक पहुंचा। डॉक्टरों ने यहां करीब 15 मिनट प्रदर्शन किया। इस दौरान ट्रैफि क को दूसरे रास्ते से डायवर्ट किया गया। इससे पहले जेएमए हॉल में प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों की बैठक आयोजित हुई। इसको इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल ने संबोधित किया। अग्रवाल ने आंदोलन को समर्थन देते हुए 27 मार्च को संगठन से जुड़े सभी डॉक्टरों से देशभर में बंद का आह्वान किया है। इसी दिन जयपुर में एक महारैली का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेशभर के डॉक्टर्स इसमें शामिल होंगे।

सेवारत डॉक्टर 29 को नहीं देखेंगे मरीज :
सरकारी हॉस्पिटल के मेडिकल ऑफि सरों की यूनियन अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिसदा) भी आंदोलन में हिस्सा लेने जा रही है। अरिसदा के प्रदेशाध्यक्ष अजय चौधरी के अनुसार 29 मार्च को प्रदेशभर में एक दिन का सामूहिक अवकाश रखा जाएगा। ऐसी स्थिति में पीएचसी, सीएचसी और उप जिला हॉस्पिटल में मरीजों को नहीं देखा जाएगा। क्योंकि यहां ज्यादातर डॉक्टर मेडिकल ऑफि सर ही होते है जो इस संगठन से जुड़े है।

निजी अस्पतालों पर शिकंजा कसने की तैयारी :
चिकित्सा विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों के सीएमएचओ को पत्र लिखकर उनके एरिया में संचालित प्राइवेट हॉस्पिटल की लिस्ट और जानकारी मांगी है। इसमें हॉस्पिटल नाम, पता, मालिक का नाम और फ ोन नंबर, हॉस्पिटल में बैड की संख्या और वर्तमान स्थिति की जानकारी मांगी गई है। वहीं जयपुर में पुलिस कमिश्नरेट ने भी अपने एरिया में संचालित निजी अस्पतालों का ब्यौरा मांगा है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने अधिकांश अस्पतालों को रियायती दर पर जमीन आवंटित कर रखी है। उनका आवंटन निरस्त करने का अधिकार सरकार के पास है। ऐसे में इन अस्पतालों को सील किया जा सकता है।
लगातार बढ़ रही है मरीजों की परेशानी :
निजी अस्पतालों में मरीजों का कोई इलाज नहीं हो रहा है। ओपीडी से लेकर ऑपरेशन और आईसीयू सब बंद है। दूसरी तरफ सरकारी अस्पतालों में भी इमरजेंसी को छोडक़र दूसरे सभी ऑपरेशन अटके पड़े हैं। रेजीडेंट्स की हड़ताल के कारण रूटीन बीमारी दिखाने वालों पर भी संकट गहराता जा रहा है। सवाई मानसिंह अस्पताल में मरीजों की लंबी भीड़ दिख रही है। जिसके बाद एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर राजीव बगरहट्टा ने बताया कि हमने रेजिडेंट्स को मनाया जा रहा है संभावना है कि वे जल्द काम पर लौट आएंगे।

सीएम ने लौटते ही बैठक की :
उधर डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने दिल्ली से जयपुर लौटते ही चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा और दूसरे अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। सीएम ने की डॉक्टरों से अपील की कि हड़ताल खत्म कर तुरन्त काम पर लौटे। उन्होंने कहा कि राइट टू हेल्थ में डॉक्टरों के हितों का पूरी तरह ध्यान रखा गया है। साथ ही डॉक्टरों की मांगों को मानकर ही बिल लाया गया है। लिहाजा डॉक्टरों का हड़ताल पर जाना उचित नहीं है। जो बिल पास हुआ है वो पक्ष-विपक्ष ने सर्वसम्मति से ही पास किया है।

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