पीडब्ल्यूडी विभाग में है कार्यरत क्वालिटी कंट्रोल अधीक्षण अभियंता छह लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार

Share:-

– 3 करोड़ का बिल पास करने की एवज में मांगी थी 15 लाख की राशि
– दस लाख में हुआ था सौदा तय

अलवर, 22 मार्च : अलवर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने 3 करोड़ का बिल पास करने की एवज में पीडब्ल्यूडी विभाग में क्वालिटी कंट्रोल अधीक्षण अभियंता के पद पर तैनात रामेश्वर सिंह जाटव को छह लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी रामेश्वर सिंह कांटेक्टर से दो बार में चार लाख रुपए की रिश्वत ले चुका है। एसीबी आरोपी अधिकारी के घर की तलाशी कर रही है। इस आरोपी अधिकारी का हेडक्वार्टर अलवर ही है। जयपुर ग्रामीण का अतिरिक्त प्रभार है। एसीबी ने आरोपी की कार भी जब्त की है।
एसीबी के डीएसपी परमेश्वर दयाल को ने बताया कि एसीबी को पीडब्ल्यूडी विभाग के क्वालिटी कंट्रोल विभाग में तैनात अधीक्षण अभियंता रामेश्वर सिंह जाटव द्वारा छह लाख की रिश्वत मांगने की शिकायत मिली। इस पर एसीबी ने मामले का सत्यापन करवाया। मामला सही पाए जाने पर एसीबी के अधिकारियों ने कांट्रेक्टर को छह लाख रुपए देकर रामेश्वर सिंह के पास भेजा। अलवर सरस डेयरी के पास कांट्रेक्टर ने रामेश्वर सिंह को छह लाख रुपए की रिश्वत दी। उसके बाद तुरंत एसीबी की टीम ने रामेश्वर सिंह को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
दयाल ने बताया कि आरोपी अधिकारी रिश्वत की राशि अपनी कार में ही ले रहा था एसीबी उसके कार को भी जप्त किया है। एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले रामेश्वर सिंह चार लाख रुपए रिश्वत ले चुका है। उसके खिलाफ लंबे समय से रिश्वत की शिकायतें मिल रही थी। एसीबी के अधिकारियों ने दो लाख रुपए की राशि व चार लाख रुपए डमी राशि लेकर कांट्रेक्टर को रामेश्वर सिंह

जाटव के पास भेजा।

दयाल ने बताया की लगातार तीन माह से शिकायतें मिल रही थी कि सार्वजनिक निर्माण विभाग में ठेकेदारों को परेशान किया जा रहा है और उनके बिल पास नहीं किया जा रहे हैं । इस बात पर निगरानी रखी गई। हालांकि कई ठेकेदारों को परेशान किया जा रहा था ,लेकिन यही ठेकेदार सामने आया और क्वालिटी कंट्रोल के नाम पर यह ठेकेदारों को परेशान कर रहे था।
दयाल ने बताया कि इस संबंध में 10 मार्च को भी शिकायत मिली थी। जिसमें बताया गया था कि 15 लाख की रिश्वत मांगी जा रही है। 1.5 लाख रुपए अधिकारी पहले ही धमका कर ले चुका था। उसके बाद 4 मार्च को यह घर पर बुलाया जहां ढाई लाख रुपए लिए थे। उन्होंने बताया कि इनका सौदा 10 लाख रुपए में हुआ था बाकी की राशि तीन-तीन लाख रुपए की दो किस्त और मांग रहा था। उसके बाद ही यह राशि देने की बिल पास करने की बात करता था। व्हाट्स एप कॉल कर उसको धमकाता था । ठेकेदार को आरोपी अधिकारी ने सुबह कॉल कर बताया कि वह अलवर आ रहा है और राशि तैयार रखना अन्यथा बिल पास नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि सूचना के बाद उसके घर की तलाशी ले जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *