एसीएस शुभ्रा सिंह ने सीएमएचओ से तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
उदयपुर, 28 अक्टूबर(ब्यूरो): पिछले महीने जिला बने सलूम्बर के झल्लारा बीसीएमओ और भबराना स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्ति चिकित्सा अधिकारी के बीच गाली—गलौज और मारपीट का मामला सामने आया है। घटना के वीडियो वायरल होने के बाद विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने सलूम्बर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। जांच के लिए सीएमएचओ ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है।
वायरल वीडियो बुधवार के बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि बीसीएमओ डॉ. संपत राम मीणा और मेडिकल ऑफिसर (एमओ) रामचंद शर्मा दोनों के बीच एक महीने से तनातनी चल रही है। 25 अक्टूबर को दोपहर करीब 3 बजे डॉ. संपत भबराना सीएचसी गए थे। यहां डॉ. रामचंद नजर नहीं आए। इस पर डॉ. संपत ने वीडियो बनाकर सीएमएचओ को शेयर कर दिया। करीब 16 मिनट बाद डॉ. रामचंद आए तो मीणा ने कारण पूछा। इस पर डॉ. रामचंद ने जवाब दिया कि सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक ओपीडी में थे और इसके बाद इमरजेंसी ड्यूटी में। डॉ. रामचंद्र को जब सीएमएचओ ऑफिस से पता चला कि उनके हॉस्पिटल में न होने की शिकायत सीएमएचओ को कर दी है तो वह भड़क गए और दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। दोनों के बीच गाली-गलौज और हाथापाई हो गई, जिसके तीन वीडियो अब सामने आए हैं।
यह वीडियो विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह तक पहुंच गई तो उन्होंने इस मामले में सीएमएचओ से तीन दिन में रिपेार्ट मांगी है। इस मामले में बीसीएमओ डॉ. संपत राम मीणा का कहना है कि ये वीडियो एडिट किया गया है। मैंने ऐसी किसी अभद्र भाषा का उपयोग नहीं किया। डॉ. रामचंद्र की पहले भी ड्यूटी लगाई थी, लेकिन कभी जिम्मेदारी पूरी नहीं की और न ही नोटिस का संतोषजनक जवाब दिया।
जबकि डॉ. रामचंद्र शर्मा का कहना है कि ओपीडी समय के बाद रिफ्रेश होने के लिए वह सीएचसी परिसर के डॉक्टर्स क्वार्टर में गए थे। इस बीच बीसीएमओ ने वीडियो बना लिया और उनके साथ गाली-गलौज करने लगे। जबकि सीएमएचओ ने अधिकार से बाहर से जाकर अवैध रूप से उन्हें 25 अक्टूबर को एपीओ कर दिया। इसको लेकर जब सलूम्बर सीएमएचओ डॉ. जगदीश बुनकर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मौसमी बीमारी और आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए एपीओ किए डॉक्टर को वापस भबराना सीएचसी भेजा है। इस मामले की जांच आने में तीन दिन बाद आएगी। जांच रिपोर्ट में जो भी सामने आएगा, उस हिसाब से नियमानुसार कार्रवाई होगी।