मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा सत्र में भाषण के दौरान प्रदेश में 19 नए जिला बनाने की घोषणा की। जिनमें दूदू ग्राम पंचायत से सीधे नगरपालिका की घोषणा और 35 दिन बाद जिले की सौगात मिलना क्षेत्र वासियों के लिए किसी गोल्डन अवसर से कम नहीं है।
दूदू को जिला बनाने की घोषणा के बाद विधायक बाबूलाल नागर का सियासी कद भी ऊंचाई की ओर बढ़ गया है। दूदू को जिला बनाने की मांग करीब 1 साल पुरानी है। विधायक बाबूलाल नागर ने जन सभाओं में संबोधन के दौरान लोगों को दूदू जिला बनाने का आश्वासन दिया था। इस मामले में विधायक बाबूलाल नागर ने समर्थकों के साथ कई बार सीएम अशोक गहलोत के आवास पर पहुंचकर दूदू को जिला बनाने की मांग प्रमुखता से रखी थी। विधायक बाबूलाल नागर ने सोशल मीडिया पेज पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ स्वागत की पुरानी फोटो भी साझा कर आभार जताया।सियासी और भौगोलिक समीकरण बदलेंगे
नवीन दूदू जिले के घोषणा के बाद क्षेत्रफल और जनसंख्या के हिसाब से अब भौगोलिक समीकरण बदलेंगे तो आने वाले दिनों में दूदू जिले की घोषणा होने से सियासी समीकरण भी बदलना संभव है।
जिले में यह तहसीले हो सकती हैं शामिल
दूदू को नवीन जिला बनाने की घोषणा के बाद अब क्षेत्रफल की दृष्टि से पंचायत समितियों और विधानसभाओं को जोड़ने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। दूदू विधानसभा की मोजमाबाद दूदू और फागी, फुलेरा विधानसभा की सांभर, फुलेरा, किशनगढ़ रेनवाल, बगरू, मालपुरा आंशिक, अराई, बांदर सिंदरी, रूपनगढ़ को दूदू में जोड़ा जा सकता है।