-मुख्यमंत्री गहलोत व केन्द्रीय मंत्री शेखावत के बीच अदावत और तेज होने के आसार
जयपुर, 9 मार्च (ब्यूरो): संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के बीच अदावत और तेज होने के आसार हैं। इस मामले में शेखावत द्वारा गहलोत के खिलाफ मानहानि का दावा किए जाने के बाद गहलोत ने पिछले दिनों अपने निवास पर घोटाले के पीडि़तों से मुलाकात की थी और अब इनके वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए उन्होंने कहा है कि संजीवनी घोटाले के बेईमानी के पूरे ताने-बाने को पीडि़तों की आपबीती बता रही है। सरकार इस घोटाले में शामिल हर शख्स को जेल पहुंचाएगी।
गहलोत ने ट्वीट में लिखा-नफा और राहत के नाम पर लोगों की मजबूरियों का फायदा उठाकर संजीवनी में खेला गया धोखाधड़ी का खेल परत-दर-परत सामने आ रहा है। लोगों के गम को मरहम लगाने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी। उन्होंने लिखा कि घोटाले ने बेईमानी का ऐसा तंत्र विकसित किया कि न सिर्फ निवेशक बल्कि एजेंट्स को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जनधन की लूट के समूचे तंत्र के सूत्रधार और हर सहयोगी को प्रदेश सरकार उनके सही अंजाम तक पहुंचाएगी। न्याय की इस लड़ाई में हर कदम पर प्रदेश सरकार पीडि़तों के साथ रहेगी।
गहलोत ने लिखा-हमारे किसान भाई सर्दी-गर्मी में दिन रात मेहनत करके पैसा कमाते हैं। अपनी जरुरतों के लिए उन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई संजीवनी में लगाई, लेकिन धोखाधड़ी के चलते आज वे दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं। हम इन अन्नदाताओं को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री गहलोत ने होली से एक दिन पहले अपने निवास पर संजीवनी घोटाले के पीडि़तों ने मुलाकात की थी। गहलोत के ट्वीटर एकाउंट से अब इनके वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। इनमें गहलोत के सामने एक एजेंट ने कहा कि बेरोजगार होने की वजह से किसी ने सोयायटी में लगवा दिया। घर के पैसे भी संजीवनी में लगा दिए। 80 साल की मां हैं, रोज पूछती है, पैसे कब आएंगे। रात दिन लोग मुझे धमकी देते हैं।
गहलोत ने संजीवनी के एजेंट्स के वीडियो शेयर करते हुए लिखा-ये व्यथा हर उस एजेंट की है, जिसने संजीवनी के जिम्मेदारों पर विश्वास किया और अपने व्यवहार के भरोसे अन्य लोगों से भी निवेश कराया। आज न केवल उनका आत्मसम्मान चोटिल है, बल्कि वे भयभीत भी है। प्रदेश सरकार आपके निर्भय और सम्मानित जीवन के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
यह कह रहे हैं पीडि़त
पीडि़त पारसमल जैन ने कहा-मैं आपसे पांच बार मिल चुका हूं। मेरे संजीवनी में 2.5 करोड़ जमा है। मेरा बच्चा बीमार है, पैसा नहीं है, अब सरकार से ही उम्मीद है, मेरी सहायता कीजिए। गहलोत ने इस पर कहा-जमा पूंजी का इस तरह लूटा जाना किसी के परिवार के लिए भी वज्रपात जैसा होता है। हम आपके आंसू और दर्द को समझ सकते हैं। जोधपुर की एक पीडि़ता ने कहा-मां-बाप ने मेरी शादी और बुढ़ापे के गुजारे के लिए संजीवनी में पैसे जमा करवाए थे। हम किराये के मकान में रहते हैं। पूरा पैसा डूब गया। साल 2020 में शादी होने वाली थी, वह टल गई। मां की डेथ हो गई, हम दो बहनें बची हैं।
गहलोत ने पीडि़ता का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा-माता-पिता के बुढ़ापे के सहारे, पारिवारिक विवाह और इलाज के लिए जमा किए गए पैसे गंवाने का दुख मैं समझ सकता हूं। बेटी, तनाव की घड़ी में मैं आपके और आपके परिवार के साथ न्याय की इस लड़ाई में खड़ा हूं।
गहलोत से जोधपुर क्षेत्र के पीडि़त किसान ने कहा-संजीवनी पीडि़तों में किसान बहुत है। किसान कितनी मुश्किल से पैसे बचाता है, उन्हें कहा गया कि पैसे डबल हो जाएंगे, इस तरह करके निवेश किया। अब सब डूब गया। इतना बड़ा आदमी जो भारत सरकार में मंत्री है, हम तो खुश हुए थे कि जोधपुर का जलशक्ति मंत्री बना है तो काम होंगे। इस तरह की हरकतों से हमें दुख हो रहा है।