गहलोत ने रचा इतिहास, एक साथ घोषित किए 19 नए जिले, तीन संभाग

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विधायक मांगते थक जाएंगे, मैं देता हुआ नहीं थकूंगा

जयपुर, 17 मार्च (ब्यूरो): विधानसभा में वित्त और विनियोग विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 नए जिलों के गठन की घोषणा कर सबको चौंका दिया। इसके साथ ही तीन नए संभाग भी बनाए गए हैंं। प्रदेश में अब जिलों की संख्या बढक़र 50 और संभाग मुख्यालयों की संख्या 10 हो जाएगी। नए जिलों और संभागों के गठन पर सरकार दो हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। राजस्थान के गठन के बाद यह पहला मौका है, जब प्रदेश में एक साथ इतने नए जिले घोषित किए गए हैं। दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को देेखते हुए इसे बेहद महत्वपूर्ण राजनीतिक और प्रशासनिक निर्णय माना जा रहा है।
प्रदेश में नए जिलों के गठन की मांग लंबे समय से उठाई जा रही थी। मुख्यमंत्री ने वित्त और विनियोग विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि मैंने कहा था कि विधायक मांगते हुए थक जाएंगे, मैं देता हुआ नहीं थकूंगा, लेकिन मुझे नहीं पता था कि विधायक अपने क्षेत्रों के लिए पानी बिजली मांगते-मांगते जिलों की मांग करने लगेंगे। जिलों की मांग को देखते हुए हमने एक समिति का गठन किया था, जिसकी अंतरिम रिपोर्ट आ गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नए जिलों के गठन के मामले में हम अन्य राज्यों से पीछे हैं। हम से छोटे राज्यों में भी हमसे ज्यादा जिले हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल में सात नए जिले गठित किए गए हैं।
गहलोत ने कहा कि प्रदेश का भौगोलिक क्षेत्रफल ज्यादा है और कई जगह तहसीलों की दूरी जिला मुख्यालयों से सौ किमी तक होती है। ऐसे में बेहतर प्रशासन की आवश्यकता को देखते हुए प्रदेश में नए जिलों के गठन की घोषणा कर रहा हूं। इसके साथ ही गहलोत ने एक साथ 19 नए जिले और तीन नए संभागों के गठन की घोषणा कर दी। सबको संतुष्ट करने के लिए गहलोत ने दो जिले ऐसे भी बनाए हैं, जिनमें दो तहसीलों को जोड़ा गया है। ऐसा नागौर मेंं किया गया है, जहां डीडवाना और कुचामन को जोड़ा गया है, वहीं जयपुर और अलवर जिले के कोटपूतली और बहरोड़ को जोड़ कर कोटपूतली-बहरोड़ नया जिला बनाया गया है।

ऐसे हुए पचास नए जिले :
वैसे तो प्रदेश में अभी 33 जिले हैं और 19 नए जिले जोडें़ तो इनकी संख्या 52 होती है, लेकिन मुख्यमंत्री ने जयपुर और जोधपुर को दो हिस्सों में बांट दिया। ऐसे में जयपुर और जोधपुर जिले खत्म कर चार जिलों में बंट गए हैं और इस तरह प्रदेश में 50 जिले हो गए हैं।
ये बने नए जिले :
अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर, शाहपुरा।
ये होंगे नए संभाग:
जिलों के बेहतर प्रशासन के लिए तीन नए सम्भाग भी बनाए गए हैं। इनमें बांसवाड़ा, पाली और सीकर नए संभागीय मुख्यालय होंगे। इन्हें मिलाकर सम्भागों की संख्या प्रदेश में बढक़र अब दस हो जाएगी।
12 जिलों के हुए टुकड़े :
जयपुर- जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, दूदू और कोटपूतली-बहरोड़
जोधपुर- जोधपुर उत्तर, जोधपुर पश्चिम, फलौदी
अजमेर -ब्यावर, केकड़ी
बाड़मेर- बालोतरा
गंगानगर- अनूपगढ़
अलवर- खैरथल, बहरोड़-कोटपूतली
सीकर-नीमकाथाना
भीलवाड़ा- शाहपुरा
उदयपुर- सलूम्बर
जालौर-सांचौर
सवाइ माधोपुर- गंगापुरसिटी
नागौर-डीडवााना-कुचामन
भरतपुर- डीग

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