-जयपुर में पार्टी का प्रदर्शन, सालासर में राजे का शक्ति प्रदर्शन
जयपुर, 2 मार्च (ब्यूरो): आंतरिक गुटबाजी की शिकार भाजपा चुनावी साल में भी इससे उबर नहीं पा रही है। यही कारण है कि शक्ति प्रदर्शन के मामले में शनिवार को भाजपा का भाजपा से ही मुकाबला होता दिखेगा। एक तरफ पार्टी पेपर लीक, कानून व्यवस्था और अन्य मुद्दों को लेकर विधानसभा का घेराव करती दिखेगी, वहीं पार्टी एक अन्य धड़ा पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे के जन्मदिन के मौके पर सालासार बालाजी में हो रहे कार्यक्रम में नजर आएगा। हालांकि राजे अपने जन्मदिन पर हर साल इस तरह का कार्यक्रम करती रही हैं, लेकिन चूंकि इस बार चुनाव है, इसलिए इसे राजे के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।
पार्टी की ओर से किए जा रहे विधानसभा के घेराव को हालांकि मुख्य तौर पर युवा मोर्चा का कार्यक्रम बताया जा रहा है, लेकिन खुद प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया इस कार्यक्रम को लेकर जिस तरह सक्रिय है और पार्टी के अन्य पदाधिकारी भी जिस तरह की सक्रियता दिखा रहे हैं, उससे साफ लग रहा है कि यह युवा मोर्चा से ज्यादा अब पार्टी के मुख्य संगठन का कार्यक्रम बन गया है। चूंकि विधानसभा का घेराव है, इसलिए विधायक भी प्रदर्शन में मौजूद रहेंगे ही। वैसे भी पेपर लीक मामले में पार्टी की ओर से कोई प्रदर्शन नहीं किए जाने के मामले में पार्टी के ही सांसद किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया को निशाना बना चुके हैं। ऐसे में इसे एक बड़ा और कामयाब प्रदर्शन बनाने के लिए पूरा जोर लगाया जा रहा है।
दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे के जन्मदिन के मौके पर सालासार बालाजी में बड़ा कार्यक्रम किया जा रहा है। यहां एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटाने की तैयारी है। इसकी व्यवस्थाओं में राजे के करीबी नेता युनूस खान, राजपाल सिंह शेखावत, अशोक परनामी, संजय जैन आदि जोर-शोर से लगे हुए हैं। राजे का जन्मदिन वैसे तो आठ मार्च को होता है, लेकिन इस बार होली के चलते यह कार्यक्रम चार मार्च को किया जा रहा है।
दोनों शक्ति प्रदर्शन बता देंगे कौन किस खेमे में
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि हालांकि यह बहुत हद तक स्पष्ट है कि कौनसा नेता या विधायक किस खेमे में है, लेकिन अब चूंकि एक ही दिन दोनों कार्यक्रम हो रहे हैं, ऐसे में यह और भी ज्यादा स्पष्ट हो जाएगा कि पार्टी के कौनसे नेता और विधायक किस खेमे में हैं। पार्टी में यह भी चर्चा है कि आखिर संगठन ने इस कार्यक्रम के लिए चार मार्च का दिन ही क्यों चुना, क्योंकि राजे का कार्यक्रम तो पहले ही घोषित हो चुका था, जबकि पार्टी के प्रदर्शन की तारीख पिछले सप्ताह ही तय हुई है। बहरहाल, यह माना जा रहा है कि भीड़ तो दोनों जगह खूब आ जाएगी, नजर इसी बात पर रहेगी कि नेता और विधायक पार्टी के कार्यक्रम में ज्यादा जाएंगे या राजे के जन्मदिन में।
2023-03-03