मान ने एलान किया कि सरकार ने पंजाब में भू-जल के गिरते स्तर में सुधार के लिए नहरी पानी के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। वर्तमान में पंजाब अपने नहरी पानी का केवल 34 फीसदी ही इस्तेमाल कर रहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान व राज्यपाल के बीच चल रहा विवाद पटियाला की रैली में फिर से सामने आया। मान ने कहा कि राज्यपाल को 50 हजार करोड़ रुपये के कर्ज का हिसाब-किताब जल्द दिया जाएगा। पैसे खाना हमारी फितरत में नहीं है। बता देंगे कि इस पैसे से पनबस बसों के कर्जे को उतारने के अलावा पहले की सरकारों के ऋण के ब्याज और अन्य सेक्टरों में खर्चा किया है। वह लोगों की सेवा के मकसद से राजनीति में आए हैं। मान ने कहा कि राज्यपाल ने पूर्व की सरकारों से कभी कर्जों का हिसाब-किताब नहीं मांगा जबकि पहले एक लाख करोड़ से डेढ़ लाख करोड़ तक के लोन सरकारें लेती थीं।
अगले धान सीजन तक 80 फीसदी खेतों को मिलेगा नहरी पानी: मान
मान ने एलान किया कि सरकार ने पंजाब में भू-जल के गिरते स्तर में सुधार के लिए नहरी पानी के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। वर्तमान में पंजाब अपने नहरी पानी का केवल 34 फीसदी ही इस्तेमाल कर रहा है लेकिन अगले धान के सीजन तक 80 फीसदी खेतों को नहरी पानी के जरिये सिंचाई की सुविधा दी जाएगी।
डेढ़ साल में 50871 करोड़ का निवेश
पंजाब सरकार की कोशिशों के चलते बाहर की बड़ी-बड़ी कंपनियों ने राज्य में करीब डेढ़ साल में 50871 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे आने वाले समय में सूबे के दो लाख 89 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। उनकी सरकार की कोशिशों के कारण 88 फीसदी खपतकारों के बिजली के बिल जीरो आ रहे हैं। किसी विरोधी दल के इन सुविधाओं के खिलाफ बोलने से वह जनता के हित में किए जा रहे कामों से पीछे नहीं हटेंगे।