मौसम विभाग की चेतावनी अनुसार आगामी 2-3 दिनों में पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में चक्रवर्ती तुफान बिपरजोय सक्रिय रहने की पूरी संभावना है, इसको देखते सीमावर्ती जैसलमेर ,बाड़मेर जिलों के जिला प्रशासन द्वारा एतिहात के तौर पर कई जरूरी कदम उठाए गए हैं व तैयारियां शुरू की गई है। दोनों जिला कलेक्टरों ने एक आदेष निकालकर सभी उपखण्ड अधिकारियों को सतर्क रहते हुवे आने वाले तूफान के संबंध में कई व्यवस्थाएं सुनिष्चित करने के दिषानिर्देष दिए गए है व आमजनता से बिपर जाॅय तूफान के संदर्भ में अपील करते हुवे जिले वासियों से सावधानी बरतने की अपील की है।
जैसलमेर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि जिले मे मेघगर्जन, आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है। उक्त मौसमी घटनाओं को देखते हुए आपदा राहत से संबंधित सभी विभागों को सतर्क रहने को कहा है। जिले में समस्त अस्पताल में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ यदि कहीं डी जी सेंट नही हो तो डी. जी. सेट तुरंत लगाकर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सभी उपखंड मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष 24ग्7 राउंड द ब्लॉक स्थापित करने के साथ प्रत्येक नगर पालिका ध् पंचायत समिति में नियंत्रण कक्ष 24ग्7 राउंड द क्लॉक स्थापित करने के निर्देश दिए है।
बाड़मेर जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि बिपरजॉय तूफान को लेकर मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्कता के मॉड पर आ गया है, इस तूफान को लेकर आमजन को सावधान रहने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
उन्होंने आमजन से कहा कि यदि अपने आस-पास मेघगर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो पेड़ के नीचे शरण ना लें। तेज अंधड के समय बड़े पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचे। तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना है। तेज अंधड़ के समय दृश्यता कम होने से यातायात स्यवस्था प्रभावित हो सकती है वाहन चालक विशेष सावधानी बरतें।
जिला कलेक्टर ने नियंत्रण कक्ष में राहत एवं बचाव हेतु आवश्यक उपकरण एवं साजो-सामान (रस्सा, ट्यूब, (ऑर्च लाठी) रखवाया जाना सुनिश्चित करने एवं अपने क्षेत्र के तैराकों की सूची अपडेट कर संपर्क कर तैयार रहने हेतु निर्देशित किया। मुख्यालय सहित प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध जे.सी.बी. ट्रेक्टर वाहन एवं अन्य संसाधन की सूची अपडेट कर तैयार रखने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर आवश्यकतानुसार उपकरण एवं साजो-सामान रखवाया जाना सुनिश्चित करने को कहा। पानी के बहाव क्षेत्र एवं डुब क्षेत्र में आने वाली बस्तियों का चिन्हिकरण करने, बहाव क्षेत्र एवं डूब क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों के समीप ऊंचे स्थान पर आवश्यकतानुसार सरकारी भवनों को आश्रय स्थल के रूप में चिन्हिकरण कर सूचना प्रेषित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि तेज अंधड़ से विद्युत संचार प्रणाली एवं दूरसंचार सेवाए बाधित हो सकती है इस हेतु डीजी सेट की उपलब्धता का पूर्व आंकलन कर सूचीबद्ध करें उपलब्ध डीजी सेट की सूचना जिला कार्यालय को भी प्रेषित कराये।
दोनो जिला प्रशासन द्वारा आगामी मौसम के मद्देनजर किसानों को यह सलाह दी जाती है कि जो फसले कट कर तैयार हो चुकी है या खलिहान में अभी भी पड़ी है उसे सुरक्षित स्थानों पर रण करें। कृषि मंडियों में खुले आसमान पर रखे हुए अनाज को ढककर व सुरक्षित स्थान पर रखे ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है। अतः सुरक्षित स्थान पर रखें।