3 राज्यों में गवर्नर बदले, 9 में इसी साल चुनाव,कटारिया असम के राज्‍यपाल नियुक्‍त

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महाराष्ट्र में कोश्यारी की जगह बैस

केंद्र सरकार ने रविवार को 13 राज्यों में गवर्नर और उप-राज्यपाल बदले हैं। शिवाजी पर बयान देकर विवादों में आए महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है। उनकी जगह रमेश बैस महाराष्ट्र के गवर्नर बनाए गए हैं। वे अभी झारखंड के राज्यपाल थे। इसी साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए जस्टिस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का गवर्नर बनाया गया है। रिटायरमेंट के 40 दिन बाद राज्यपाल बनाए गए जस्टिस नजीर राम मंदिर, ट्रिपल तलाक जैसे मामलों में फैसला दे चुकी बेंच में शामिल थे।

जिन 13 राज्यों में गवर्नर और उप-राज्यपाल बनाए गए हैं, उनमें से 9 में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

9 चुनावी राज्यों के गर्वनर बदले गए
इसी साल देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। इनमें पूर्वोत्तर के चार राज्यों त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड और मिजोरम में चुनावी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं, हिंदी बेल्ट के तीन बड़े राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नवंबर में चुनाव होने हैं। दक्षिण के कर्नाटक और तेलंगाना में भी इसी साल चुनाव हैं।

जम्मू-कश्मीर से अलग करके केंद्र शासित प्रदेश (UT) बनाए गए लद्दाख में उपराज्यपाल (LG) की नियुक्ति की गई है।

आंध्र के गवर्नर पूर्व जस्टिस अब्दुल नजीर, राम मंदिर पर फैसले में शामिल थे राम मंदिर फैसले में शामिल जस्टिस नजीर आंध्र के गवर्नर

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का गवर्नर बनाया गया है। जस्टिस नजीर 4 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए हैं। 40 दिन बाद ही उन्हें गवर्नर बना दिया गया है। जस्टिस नजीर राम मंदिर पर फैसला देने वाली बेंच में शामिल थे। उन्होंने मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला दिया था।

रिटायरमेंट के वक्त जस्टिस नजीर ने कहा था- अगर 9 नवंबर 2019 को आए फैसले में उन्होंने अपनी राय अलग रखी होती तो अपने समुदाय के हीरो बन गए होते। लेकिन जस्टिस नजीर ने समुदाय नहीं, देश के बारे में सोचा था। देश के लिए सब न्योछावर है।

इसके अलाव जस्टिस अब्दुल नजीर ट्रिपल तलाक और डिमोनेटाइजेशन जैसे मामलों पर फैसला देने वाली बेंच में भी शामिल रहे हैं।

7 बार के सांसद बैस को महाराष्ट्र की कमान

मेश बैस छत्तीसगढ़ भाजपा के वेटेरन लीडर हैं। वे लगातार सात बार लोकसभा सांसद रहे हैं। इससे पहले वे त्रिपुरा और झारखंड के राज्यपाल रह चुके हैं। अब उन्हें महाराष्ट्र की कमान सौंपी गई है। बैस ने हेमंत सोरेन सरकार के झारखंड वित्त विधेयक 2022 को लौटा दिया था। वहीं, हेमंत सोरेने के इलेक्शन से जुड़े मामले में उनके बयान पर काफी विवाद हुआ था।

चीन-पाकिस्तान से युद्ध लड़ चुके हैं रिटायर्ड ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के छत्तीसगढ़ दौरे के एक दिन बाद ही यहां की राज्यपाल अनुसूईया उइके को हटा दिया गया है। उइके को मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया है। कांग्रेस से भाजपा में आईं अनुसूईया उइके को सरकार ने 16 जुलाई 2019 को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया था। उन्होंने 17 जुलाई को कार्यभार ग्रहण कर लिया था। ठीक एक महीने बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की नई सरकार ने काम शुरू किया था। अनुसूईया ने आरक्षण संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर करने के लिए मार्च की डेटलाइन तय की थी।

एलए गणेशन- फोटो खिंचवाने के लिए सुनील छेत्री को धक्का दिया था, अब नगालैंड के राज्यपाल

एलए गणेशन को नगालैंड का राज्यपाल बनाया गया है। वे मणिपुर के गवर्नर रहे थे। गणेशन ने 18 जुलाई 2022 से 17 नवंबर 2022 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रहे हैं। तमिलनाडु BJP के वरिष्ठ नेता गणेशन डूरंड कप फुटबॉल टूर्नामेंट 2022 में फाइनल मैच के बाद स्टेज पर ट्रॉफी के साथ फोटो खिंचवाने के लिए सुनील छेत्री को धक्का देते नजर आए थे। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद उनकी आलोचना हुई थी।

4 पार्टियां बदलीं, फिर BJP में आए थे फागू चौहान

बिहार के 40वें गवर्नर बनाए गए थे। यूपी के घोसी से 17वीं विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक वोट से जीतने वाले विधायक थे। 1985 में पहली बार दलित किसान मजदूर पार्टी से विधायक बने थे। 1991 में जनता दल से विधायक चुने गए। इसके बाद 1996 और 2002 में भी विधायक बने। 2007 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट से विधानसभा चुनाव जीते। 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी से लड़े और विधायक बने।

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