कोटड़ा के बहुसंख्यक समाज ने कर रखी थी घेराबंदी
अजमेर, 13 मार्च : कोटड़ा आवासीय एरिया में तेलंगाना हाउस और अल्पसंख्यक छात्रावास का मुद्दा गरम है। प्रशासन और पुलिस मान रही थी कि मामला शांत हो गया है। लेकिन ऐसा है नहीं। सोमवार को तेलंगाना के होम, प्रिंसंस ऐंड फायर सर्विस मंत्री मोहम्मद महमूद अली अजमेर दौरे पर थे और कोटड़ा के निवासियों की संघर्ष समिति ने उधर घेराबंदी कर रखी थी। लिहाजा हालात को भांपते हुए प्रशासन उन्हें उस स्थल पर ले जाने से बचता रहा जहां पर एडीए ने सरकार के निर्देश पर जायरीनों के लिए बनाए जाने वाले तेलंगाना हाउस और अल्पसंख्यक छात्रावास की जमीन आवंटित कर रखी है। मंत्री के आगमन की सूचना मात्र से सैकड़ों लोग लामबंद हो गए। लिहाजा डीएम अंशदीप और एडीए आयुक्त अक्षय गोदारा ने कलेक्ट्रेट में ही उन्हें प्रगति रिपोर्ट सौप दी और हालात से अवगत करा दिया।
गौरतलब है कि पूर्ववर्ती भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार में तेलंगाना सरकार की मंाग पर एडीए ने ख्वाजा की दरगाह पर आने वाले जायरीनों के लिए तेलंगाना हाउस और अल्पसंख्यक छात्रावास बनाने के लिए जमीन आवंटित किया था। अब कोटड़ा पूर्ण रूप से बहुसंख्य आबादी का पॉश इलाका बन गया है। लिहाजा वहां के वासिंदे नहीं चाहते कि यहां अल्पसंख्यकों की दखलअंदाजी हो। इसलिए धरना प्रदर्शन और आंदोलन चलाया जा रहा है। जिसे राजनीतिक संरक्षण भी मिला हुआ है।
दरगाह मेें की जियारत
तेलंगाना स्टेट के होम मिनिस्टर मोहम्मद महमूद अली सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर अजमेर पहुंचे। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी देकर तेलंगाना स्टेट की तरक्की की दुआ की है। दरगाह जियारत के बाद वह कलेक्ट्रेट पहुंचे। अजमेर के कोटड़ा क्षेत्र में बनने जा रहे तेलंगाना हाउस को लेकर जिला कलेक्टर अंशदीप और एडीए कमिश्नर अक्षय गोदारा से चर्चा की। दरगाह से उनका बहुत गहरा ताल्लुक है और उनके स्टेट के मुख्यमंत्री भी जियारत के लिए आते रहते हैं। उन्होंने दरगाह में अपनी सरकार के पिछले आठ सालों की तरक्की की तारीफ की।
तेलंगाना हाउस को लेकर कलेक्टर से चर्चा
तेलंगाना स्टेट के होम मिनिस्टर मोहम्मद महमूद अली ने जिला कलेक्टर अंशदीप और एडीए कमिश्नर मुलाकात कर कोटड़ा क्षेत्र में बन रहे तेलंगाना हाउस को लेकर चर्चा की। महमूद अली ने कहा उनके स्टेट से दरगाह और पुष्कर आने वाले लोगों के लिए अजमेर में तेलंगाना हाउस तैयार किया जा रहा है, जिसे जल्दी तैयार करने को लेकर चर्चा की गई है।
क्षेत्र के लोगों को धमका गए मंत्री
क्षेत्रवासियों के विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके स्टेट से बहुत ज्यादा लोग नहीं आएंगे। जिससे यहां के लोगों को किसी तरह की तकलीफ हो। उन्होंने कहा कि उनके स्टेट के लोग सिर्फ अजमेर दरगाह या पुष्कर के लिए आएंगे और यहां रहकर अमन और प्यार बांटकर रहेंगे। इससे उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं होगी। यह क्षेत्र के लोगों को समझना पड़ेगा।
मिनटों में जमा हुए सैकड़ो प्रदर्शनकारी
तेलंगाना के गृहमंत्री मोहम्मद महमूद आने से कोटड़ा निवासियों को पहले से भनक तक नहीं थी। सोमवार को ही आए और तभी पता चला। आंदोलन कमेटी के संचालक धर्मेद्र सिंह सेखावत ने बताया कि क्षेत्रवासियों को पता चला कि वह फैसिलिटी सेंटर कम रूबात गेस्ट हाउस ऑफ तेलंगाना स्टेट के लिए आवंटित भूमि को देखने आने वाले हैं तो आसपास के स्थानीय क्षेत्रवासी माताएं बहने पुरुष बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए। उनका मकसद विरोध दर्ज कराना था। निर्माण से भावनाओं एवं आस्था को ठेस न पहुंचे। आवंटित भूमि के निकट ही प्राचीन चामुंडा माता मंदिर है। ऋषि.मुनियों की तपोभूमि नाग पहाड़ी है। राजा भरथरी की गुफा, भैरुजी का मंदिर सहित अनेक धार्मिक पूजा स्थल हैं। क्षेत्र वासियों के एकत्रित होने एवं विरोध की सूचना पर प्रशासन ने अपना प्लान बदल दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी हद तक जाना पड़े किसी भी कीमत पर यह निर्माण नहीं होने देंगे का संकल्प दोहराया गया।
अजमेर में पर्याप्त स्थान
कोटड़ा निवासियों का कहना था कि तेलंगाना के गृहमंत्री की कही गई बातें स्थानीय जनता को भ्रमित करने वाली है। 20-25 रूम बनाने के लिए 5200 वर्गमीटर जमीन की आवश्यकता नहीं होती है। 15-20 जायरीनों के लिए अजमेर में पर्याप्त होटल एवं अन्य स्थान है। पुष्कर में माथा टेकने के लिए विभिन्न समाजों संगठनों की धर्मशालाएं होटल्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।