एसपी दिव्या मित्तल रिश्वत प्रकरण,एसीबी ने कोर्ट में पेश की 11 हजार 500 पन्नों की चार्जशीट

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अजमेर : दो करोड़ की रिश्वत मामले में गिरफ्तार एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल के प्रकरण में गुरुवार को जयपुर एसीबी टीम ने 11 हजार 500 पन्नो की चार्जशीट एसीबी कोर्ट में पेश की, जहां शुक्रवार को चार्जशीट की जांच होगी। वहीं, मामले में फरार चल रहे बर्खास्त कांस्टेबल सुमित की तलाश में एसीबी जुटी है।
एसीबी के एडीपी वकील एसएन चितारा ने बताया कि जयपुर एसीबी के डीएसपी मांगीलाल चौधरी ने उन्हें चालान सौंपा, जिसे गुरुवार को एसीबी कोर्ट में पेश किया है। उन्होंने बताया कि एसीबी प्रकरणों में न्यायिक अभिरक्षा के दौरान चालान पेश करने के लिए 60 दिन की अवधि निर्धारित होती है। एसीपी मित्तल घूसखोरी प्रकरण में आखिरी दिन चालान पेश किया गया। एसीबी कोर्ट ने फरार चल रहे कांस्टेबल सुमित के खिलाफ वारंट जारी किया है। आरोपी कांस्टेबल सुमित की गिरफ्तारी के बाद जांच पूरी कर चालान पेश किया जाएगा।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि दो करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में जयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम ने अजमेर में 16 जनवरी को एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किया था। एसीबी के अनुसार एसओजी के किसी अधिकारी का रिश्वत में इतनी बड़ी रकम मांगने का यह पहला मामला है। एसीबी के अधिकारियों का कहना रहा कि इतनी बड़ी पोस्ट पर तैनात अधिकारी को ट्रैप करना आसान नहीं था। दिव्या ने मादक पदार्थ तस्करी के मामले में हरिद्वार की फार्मा कंपनी के मालिक को गिरफ्तार नहीं करने की एवज में बर्खास्त कांस्टेबल सुमित कुमार के माध्यम से रिश्वत मांगी थी। दिव्या की गिरफ्तार के बाद से ही कांस्टेबल सुमित फरार चल रहा है।

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